- परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप

- हॉस्पिटल के सामने जमकर किया विरोध-प्रदर्शन

आगरा। हॉस्पिटल में मरीज के इलाज में लापरवाही के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एक मामला रविवार सुबह को निजी हॉस्पिटल में आया, जहां मरीज की मौत के बाद परिजनों और गांववालों ने जमकर हंगामा काटा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाले और पीडि़त पक्ष से लिखित शिकायत लेकर मामला शांत कराया। मामला जगदीशपुरा थाना क्षेत्र का है।

डॉक्टर को पल-पल की दी अपडेट

बिचपुरी निवासी 26 वर्षीय ममता पत्नी सुनील कुमार को 15 जून 2017 को आवास विकास-1 विनायक हॉस्पिटल में डिलेवरी के लिए भर्ती कराया गया। आपरेशन से हुई बच्ची की मौत हो गई। ममता का उपचार हॉस्पिटल जारी रहा। ममता के चाचा सोहन पाल के अनुसार 17 जून की रात को ममता को खून चढ़ाया गया। उसके शरीर में जकड़न शुरू हो गई। डॉक्टर को मरीज की पल-पल की जानकारी दी गई, लेकिन डॉक्टरों ने अनुसुनी कर दी। ममता की 18 जून की सुबह 7 बजे मौत हो गई।

पुलिस ने किया हस्तक्षेप

घटना के बाद परिजनों का गुस्सा डॉक्टर पर फूटा और जमकर हंगामा काटा। इस बीच ग्रामीण भी हॉस्पिटल पहुंच गए और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पीडि़त पक्ष ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का बरतने का आरोप लगाने का प्रार्थना पत्र दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए बाडी भेज दी। इसके बाद मामला शांत हुआ।

हॉस्पिटल प्रबंधन की कारगुजारी

इस मामले को लेकर हॉस्पिटल प्रबंधन से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई। मौजूद कर्मियों ने हॉस्पिटल की मैडम से बात कराने के लिए कहा, लेकिन एक नर्स के हवाले पर डॉक्टरी सलाह दिलवा दी।

फिर हुआ हंगामा

हॉस्पिटल में रविवार रात लगभग 7.45 बजे एक अन्य मरीज के परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर लापरवाही और वसूली को लेकर जमकर हंगामा काटा। इस दौरान नर्सिग स्टॉफ ही मौके पर मौजूद था। उसने मामला शांत किया।