- आरटीओ द्वारा बाबुओं के प्राइवेट हेल्परों को हटाने पर कर्मचारियों ने काटा बवाल

- कर्मचारियों ने कहा सिर्फ लर्निग से नहीं सभी अनुभागों से हटाएं जाएं प्राइवेट हेल्पर

GORAKHPUR: अभी तक आरटीओ में सिर्फ पब्लिक को हंगामा करते सुना होगा, लेकिन अब कर्मचारी भी बवाल काटने लगे हैं। मंगलवार को आरटीओ में सुबह से ही कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया। इस वजह से करीब दो घंटे तक आरटीओ ऑफिस में होने वाले सभी काम ठप हो गए। बाद में अधिकारियों की ओर से समझा-बुझाकर मामला शांत कराया गया। लेकिन इस दौरान लोगों को बिना काम लौटना पड़ा।

हेल्पर हटाने पर बवाल

दरअसल आरटीओ के सभी अनुभागों में कर्मचारियों की कमी के चलते अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपने अंडर में प्राइवेट हेल्पर रखे हैं। इन हेल्परों का पेमेंट भी संबंधित अधिकारी और कर्मचारी ही करते हैं। मंगलवार सुबह आरटीओ एम अंसारी ने ऑफिस का निरीक्षण किया। लर्निग लाइसेंस डिपार्टमेंट में अप्लीकेंट्स की भारी भीड़ लगी थी। इस दौरान आरटीओ ने कर्मचारियों को निर्देश दिया कि यहां से सभी प्राइवेट हेल्परों को हटाया जाए।

तो सभी अनुभागों से हटें हेल्पर

आरटीओ के इस निर्देश पर लर्निग लाइसेंस अनुभाग कर्मचारियों ने हेल्पर को हटा दिया, लेकिन आरटीओ से मांग किया कि हम लोग बिना हेल्पर के काम करेंगे तो यहां के सभी अनुभागों व अधिकारियों के पास से हेल्पर हटाए जाए। इसपर लर्निग अनुभाग के कर्मचारियों ने अपने हेल्पर हटाने के बाद अन्य अनुभाग के हेल्परों को हटाने की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया।

सीसीटीवी की जद से बाहर रहेंगे हेल्पर

कर्मचारियों ने सभी अनुभागों के हेल्परों को खदेड़ना शुरू कर दिया। इससे अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच कहासुनी होती रही। हालांकि बाद में आरटीओ ने हेल्परों को सिर्फ बाहर काम करने की अनुमति दी। उन्होंने कर्मचारियों को साफ तौर पर निर्देशित किया कि कोई भी प्राइवेट हेल्पर सीसीटीवी कैमरों के दायरे में नहीं आना चाहिए।