--G-20 फ्रेमवर्क वर्किग ग्रुप मीटिंग के जरिए दुनिया के देशों में टूरिज्म और एजुकेशन समेत अन्य रिश्ते होंगे बेहतर

-द्द-20 देशों में पहुंच रहीं भारत की खूबियां, मेहमानों की आवभगत में लगे tourism समेत कई departments

VARANASI

दुनिया की आर्थिक मामलों की समीक्षा करने और विकास के नए रास्ते तलाशने के उद्देश्य से जी-ख्0 फ्रेमवर्क वर्किग ग्रुप मीटिंग की शुरुआत हो गयी है। इसमें तमाम गंभीर मुद्दों पर चर्चा होगी। जी-ख्0 देशों को आर्थिक रूप से कैसे मजबूत किया जाए उसकी संभावना तलाशी जाएगी। लेकिन इसी बहाने कई और मसले हैं जिन पर निशाना साधा जाएगा। खासतौर पर भारत की ओर से। इसमें सबसे अहम है टूरिज्म। इसके साथ ही एजुकेशन और रोजगार के रास्ते भी खुलेंगे।

दिखाएंगे भी और पढ़ाएंगे भी

जी-ख्0 देशों के प्रतिनिधियों को काशी आगमन पर एक विशेष पैकेट भेंट किया गया है। इस पैकेट में कई छोटी किताबें हैं जिनमें शहरों की पहचान, वहां भ्रमण के लिए अनुकूल मौसम, प्रसिद्ध खान-पान, पहनावा, प्रख्यात आयोजन की तिथियां, महत्वपूर्ण नंबर आदि उपलब्ध हैं। किताबों में मैप के अलावा आकर्षक फोटो भी है। जिसके माध्यम से संबंधित जगहों को देखने के साथ समझने में भी बेहद आसानी होगी। किताबों में हेरिटेज आर्क के बारे में जानकारी दी गयी है। इसमें यूपी के पर्यटन स्थलों की सारी जानकारी मौजूद है। पूर्वाचल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की पूरी जानकारी और उनका मैप भी मेहमानों के सामने है। एक स्टडी मैटेरियल तो पूरी तरह से बनारस के बारे में हैं। सारनाथ, कपिलवस्तु, कौशांबी, श्रावस्ती बौद्ध सर्किट के बारे में भी विदेशी मेहमानों को जानना का मौका मिलेगा।

दुनिया की नजर में रहेगा बनारस

मीटिंग में शामिल होने आए जी-ख्0 देशों के प्रतिनिधियों को प्रोग्राम इस तरह से बनाया गया है कि उन्हें बनारस की खास जगहों को देखने को मौका मिल सके। इस प्रोग्राम को दुनिया भर की मीडिया कवर करती है, दो दिनों तक जहां भी ये प्रतिनिधि जाएंगे वो पूरी दुनिया की नजर में होगा। यूपी में पहली बार हो रहे सम्मेलन को खासतौर पर बनारस में आयोजित करने के पीछे सबसे बड़ी वजह पीएम नरेन्द्र मोदी का इस शहर से जुड़ा होना है। वैसे तो ये शहर सदियों से दुनिया की नजर में है लेकिन नरेन्द्र मोदी से यहां से सांसद चुने जाने और फिर इंडिया का पीएम बनने के बाद दुनिया का आकर्षण इस शहर की तरफ बढ़ा। पीएम के नोटबंदी के फैसले ने आर्थिक रूप से मजबूत देशों को मोदी का मुरीद बना दिया।

होगा बड़ा फायदा

-जी-ख्0 सम्मेलन की वजह से यूपी में टूरिज्म को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है

-सम्मेलन में भाग लेने आए देशों के प्रतिनिधि बीएचयू भी देखेंगे। इससे इन देशों के बीच एजुकेशन रिलेशन स्ट्रॉन्ग होंगे

-बीएचयू के जापान, अमेरिका, रूस समेत कई देशों से पहले ही एजुकेशनल रिलेशन हैं

-सम्मेलन रोजगार के रास्ते भी खोलेगा

-हॉयर एजुकेशन हासिल करने वाले भारतीय नौजवान अभी दुनिया के कुछ खास शहरों में रोजगार तलाशते हैं

-जी-ख्0 सम्मेलन में शामिल होने वाले देशों से बनारस के बीच वायुयान सेवा शुरू होने की संभावना भी बढ़ेगी

-अभी बनारस से श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल, सऊदी अरब की उड़ाने हैं

बढ़ जाएगी कमाई

-बनारस में हर साल लगभग दस लाख टूरिस्ट्स आते हैं

-इनमें सात लाख भारतीय होते हैं तो तीन लाख विदेशी होते हैं

-सम्मेलन का प्रभाव आशानुरूप रहा तो कम से एक प्रतिवर्ष एक लाख विदेशी टूरिस्ट्स के बनारस आने की संभावना रहेगी

-फॉरेनर टूरिस्ट्स की वजह से सिटी के फ्00 होटल, ब्भ्0 गेस्ट हाउस और भ्00 पेइंग गेस्ट गुलजार रहते हैं

- अस्सी, गोदौलिया, दशाश्वमेध, सोनारपुरा, पाण्डेय हवेली में फॉरनेर्स के दम पर चलने वाली पांच हजार से अधिक दुकानों की सेल बढ़ जाएगी

-फॉरेनर्स के लिए दो सौ स्पेशल रेस्तरां व कॉफी हाउस में भीड़भाड़ होगी

- गंगा में सैर कराने वाली पांच सौ बोट्स की कमाई भी अच्छी होगी

- टूरिस्ट्स को शहर के साथ आसपास के खूबसूरत नजारे दिखाने के लिए दौड़ने वाली भ्00 गाडि़यां बुक रहेंगी

मीटिंग से टूरिज्म के साथ अन्य सेक्टर को काफी फायदा होगा। टूरिस्ट फ्लो बढ़ने का संभावना है। मेहमानों को यूपी खासतौर पर बनारस की खूबियों से रूबरू कराया जा रहा है।

रवींद्र मिश्र, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी