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KANPUR: मोस्ट वांटेड मोनू पहाड़ी को जेल की सलाखों के पीछे भेजने के बाद भी पुलिस को सुकून नहीं है। कानपुर जेल पहुंचने के बाद एक फिर वो अपना सिक्का चमकाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा। क्योंकि पिछले कई सालों से शहर के जरायम की दुनिया में उसका सिक्का नहीं चल रहा था। अब वो कानपुर की जेल में है यानि की शहर में.ऐसे में मोनू पहाड़ी फिर से शहर में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश कर सकता है। ये हम नहीं खुद खुफिया एजेंसियां कह रही हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा खतरा है गैंगवार का। इसको लेकर पुलिस पूरी तरह अलर्ट हो चुकी है। पुलिस के पास इन गैंग्स की पूरी डिटेल्स है। और उस पर उसने वर्क शुरू कर दिया है। ये डिटेल्स आज आपका अखबार आपके सामने रख रहा है? आपको घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन ये जरूर जान लीजिए कि शहर पर किनके आतंक का साया मडरा रहा है।

म् भाइयों से शुारु हुई सिटी के अंडरव‌र्ल्ड की कहानी

शहर में अंडरव‌र्ल्ड ने 70 के दशक में सिटी में पैर जमाने शुरू किए। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, क्970 में अतीक अहमद ने अपने म् भाइयों के साथ मिलकर एक गैंग शुरू किया। रंगदारी और लूटपाट से शुरुआत करने के बाद गैंग ने जल्द ही हत्या, किडनैपिंग और रंगदारी की ताबड़तोड़ वारदातों से सनसनी फैला दी। गैंग की संगीन वारदातों से पुलिस की फाइल काफी मोटी होती चली गई। इसके बाद ये गैंग डी-ख् के नाम से शहर में मशहूर हो गया। डी-ख् के लगातार बढ़ते खौफ को कम करने के लिए पुलिस ने गैंग के बिल्लू और रफीक का एनकाउंटर कर दिया। मगर गैंग का नेटवर्क शहर से बाहर मुंबई,दिल्ली तक पहुंच गया और लखनऊ में सत्ता के गलियारों में भी धमक बना ली। मुंबई से लेकर मेरठ और ईस्ट यूपी की कई बड़ी वारदातों में गैंग का नाम आया और गैंग को एक नई पहचान आईएस-ख्7फ् यानि इंटर स्टेट गैंग यानि डी-ख् मिल गई।

आज भी है गैंग का खौफ

चार दशक से ज्यादा समय बीतने के बाद भी डी-ख् गैंग का खौफ बरकरार है। इसको इस समय नए लड़के ऑपरेट कर रहे हैं। सूत्रो के मुताबिक ये लड़के आंतक जमाने के लिए अक्सर छोटी-मोटी वारदातों को अंजाम देते रहे हैं। लेकिन अब ये किसी बड़ी वारदात की फिराक में है। इस जानकारी के बाद पुलिस और खूफिया दोनों पूरी तरह अलर्ट हो चुकी है।

तमंचे से लेकर एके-ब्7 तक

इन गैंग्स के पास अत्याधुनिक हथियार हैं। तंमचे से शुरु हुए गैंग ने प्रतिबंधित बोर 9 एमएम, रिवॉल्वर समेत कई खतरनाक हथियारों से वारदातें अजांम दी है। इसकी जानकारी पुलिस के पास है। कई बार गैंगवार में ये हथियार बरामद भी हो चुके हैं। इतना ही नहीं डी-ख् गैंग के मेंबर के पास से तो एके-ब्7 तक बरामद हो चुकी है।

इलाकों में बंटी जरायम की सल्तनत

मुंबई अंडरव‌र्ल्ड की तर्ज पर सिटी में भी ये गैंग्स के इलाके बंटे हुए हैं। इन गैंग्स के मेंबर्स किसी भी सूरत में एक दूसरे के एरिया में एंट्री नहीं करते हैं। फिलहाल सुपारी किलिंग में इन गैंग्स को पूर्वाचल के शूटर्स टक्कर दे रहे हैं। यह बात बिल्डर प्रशांत की हत्या के बाद और भी पुख्ता हो गई थी। मुख्य रुप से चरस, अफीम,गांजा के अलावा देशी असलहों और सट्टे के काम में ये गैंग लिप्त हैं। सभी गैंग्स पुलिस की हिट लिस्ट में हैं। इन गैंग के सरगना अंडरग्राउंड हो चुके हैं।

चार दशक में डी-ख् की सल्तनत भ्भ् गैंग्स में बिखरी

चार दशकों में इन गैंग्स में कई नए लड़कों की इंट्री हुई और अंडरव‌र्ल्ड में वर्चस्व स्थापित करने के लिए इन लड़कों ने नए गैंग्स भी बनाए। अब तक डी-ख् बिखरकर कुल भ्भ् सब गैंग्स में बंट चुका है। ये गैंग्स ड्रग्स की सप्लाई, भाड़े पर हत्या, अपहरण, लूट, चोरी, डकैती, तार कटिंग जैसे अपराधों पर अंजाम दे रहे हैं।

किस गैंग का क्या है धंधा

गैंग सरगना अपराध मेंबर

आईएस-ख्7क् हुसैन खान ऑटो लिफ्टिंग - म्

आईएस-ख्7ख् मो। इश्तियाक -ऑटो लिफ्टिंग -म्

आईएस-ख्7फ् मो। अतीक-डी-ख्-क्राइम-क्9

डी-क्क् मुन्ना उर्फ मुनैरी उर्फ हुसैन-क्राइम-म्

डी-क्फ् पप्पू हलवाई-क्राइम-क्0

डी-ख्ख् बब्लू घिस्सेडी-क्राइम-भ्

डी-फ्फ् बी सोनकर-ड्रग सप्लाई-ब्

डी-फ्ब् बी सोनकर ख्-ड्रग सप्लाई-ब्

डी-फ्भ् रूपेश उर्फ खज्जी-क्राइम-ब्

डी-फ्म् भगवानदीन उर्फ नेता-तार कटर-7

डी-फ्7 छन्नू गैंग-तार कटर-ब्

डी-फ्8 दिलीप वाल्मीकी-तार कटर-भ्

डी-फ्9 गुलामनवी-क्राइम-क्म्

डी-ब्क् विजय सिंह-चेन स्नेचिंग-फ्

डी-ब्ख् अजय सिंह-ऑटो लिफ्टिंग-म्

डी-ब्फ् पवन सिंह उर्फ महेंद्र सिंह-ऑटो लिफ्टिंग-ब्

डी-ब्ब् दीपक कश्यप-चेन स्नेचिंग-ख्

डी-ब्भ् नूर -चेन स्नेचिंग-ब्

डी-ब्म् मनोज चतुर्वेदी उर्फ पट्टू-चेन स्नेचिंग-फ्

डी-ब्7 रमेश कुशवाहा उर्फ भुर्री-चेन स्नेचिंग-फ्

डी-ब्8 विष्णु दत्त उर्फ लल्ला-ऑटो लिफ्टिंग-फ्

डी-ब्9 राम लखन-तार कटर-ब्

डी-भ्0 नितिन रेवा वाला-क्राइम-9

डी-भ्क् राजेश कोरी-क्राइम-भ्

डी-भ्ख् दिनेश उर्फ बम्बा-क्राइम-ब्

डी-भ्फ् आदिल-क्राइम-फ्

डी-भ्ब् पप्पू पेशा-क्राइम-ब्

डी-भ्भ् महेश सिंह-क्राइम-क्ब्

डी-भ्म् एजाज उर्फ राजू गैंग-ऑटो लिफ्टिंग-क्क्

डी-भ्7 पवन शुक्ला-ऑटो लिफ्टिंग-भ्

डी-भ्8 अजय उर्फ बिंदर कोरी-लूट-फ्

डी-भ्9 मो। खालिद उर्फ भोलू-चेन स्नेचिंग-फ्

डी-म्0 मीनू उर्फ आफताब उर्फ युनूस-ऑटो लिफ्टिंग-फ्

डी-म्ख् पम्पी उर्फ पवन-चेन स्नेचिंग-ख्

डी-म्फ् आशीष शर्मा-ऑटो लिफ्टिंग-म्

डी-म्ब् नरेंद्र सिंह-लूट-म्

डी-म्भ् बब्लू गुप्ता-ऑटो लिफ्टिंग-ख्

डी-म्म् अमित यादव-किडनैपिंग-7

डी-म्7 सईद अहमद-डकैती-ब्

डी-म्8 दीपक-नकबजनी-फ्

डी-म्9 राजेंद्र लोध-क्राइम-8

डी-70 राज कुमार कुरील-लूट-7

डी-7क् मुकेश-लूट-ख्

डी-7ख् मन्नू रहमान-क्राइम-भ्

डी-7फ् दीपक कटियार-ऑटो लिफ्टिंग-फ्

डी-7ब् राशिद उर्फ ऋषि-चेन-ख्

डी-7म् राहुल भारतीय-चेन-फ्

डी-77 रतन पहलवान-क्राइम-फ्

डी-78 इमरान उर्फ नटवर-लूट-फ्

डी-79 सुरेंदर सिंह उर्फ डॉक्टर-क्राइम-फ्

डी-80 गुड्डू-क्राइम-म्

डी-8क् लालता ठाकुर उर्फ लालता प्रसाद-तार कटर-7

डी-8ख् छुन्ना संखवार-तार कटर-7

डी-8फ् नन्हें लंगड़ा उर्फ सूरज हबूड़ा-नकबजनी-7

एम गैंग मोनू पहाड़ी-क्फ्

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एक नजर

शहर में टोटल सक्रिय गैंग-भ्म्

कुछ मेंबर्स-फ्0ख्

जेल में-क्क्भ्

जमानत पर-क्ब्ख्

लापता-फरार-ख्म्

एनकाउंटर-म्

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