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AGRA: AGRA: शराब के नशे में धुत लोग, आपस में होती छीना झपटी यह कहानी एक दिन की नहीं, बल्कि रोज की है। सीता नगर के लोग इस समस्या से वर्षो से परेशान हैं। न ही पुलिस सुनवाई करती है और नाहीं जनप्रतिनिधि। वहीं क्षेत्र की सड़कों का भी हाल-बेहाल है। सफाई कर्मचारी आते नहीं है, जिससे पूरे क्षेत्र में गंदगी फैली रहती है।

कब बंद होगा सट्टा

नुनिहाई सीता नगर के लोग यहां लगने वाली सट्टे की गद्दियों से परेशान हैं। उनका कहना है कि बहुत ही बुरा असर पड़ रहा है, बच्चों और युवाओं पर। घर के पास यह गंदा धंधा होता है, तो बच्चे और युवा आसानी से इसकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। एक बार जीत का चस्का लगा, तो फिर उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता है। बच्चों को घर से जो पैसे जेब खर्च के लिए दिए जाते हैं, ये पैसे सट्टे में लगा दिए जाते हैं।

साफ सफाई का भी बुरा हाल

सीता नगर के लोग साफ सफाई को लेकर भी परेशान रहते हैं। इस क्षेत्र में कूड़ा डालने के लिए जगह नहीं है, वहीं सफाई कर्मचारियों के यहां पर न आने से घरों के बाहर पड़ा रहने वाला कूड़ा हवा के साथ मार्ग पर फैल जाता है, यही कूड़ा नालियां में चला जाता है, जिससे नालियां भी चोक हो गई हैं। लोगों द्वारा स्थानीय पार्षद से इस बारे में कई बार शिकायत की गई है, लेकिन कोई फायदा नहीं निकला।

मसाला फैक्टरी बनी समस्या

सीता नगर के लोगों के लिए मसाला फैक्टरी भी बड़ी समस्या बन चुकी है। यह फैक्टरी इस एरिया के बीचोंबीच में है। लोगों का कहना है कि जब फैक्टरी में मसाला पीसने के लिए मशीनें चलती हैं, तो मसाले की इतनी धुंध उड़ती है, कि सांस लेना मुश्किल हो जाता है। गली में खड़ा होना तो संभव ही नहीं है। इस धुंध से बच्चों को एलर्जी होती है, बच्चे परेशान रहते हैं। इस फैक्टरी को लेकर काफी विरोध किया, लेकिन अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की।

टूटी सड़कें नहीं बनी

सीता नगर की सड़कों को बने हुए एक दशक से अधिक समय हो गया है। ऊबड़-खाबड़ सड़कों से लोग काफी परेशान हैं। सड़कों की हालत इतनी खराब है कि रात के समय यहां से लोग गुजर नहीं सकते हैं। कई बार इन मार्गो से गुजरते समय लोगों के दुपहिया वाहन फिसलकर घिर जाते हैं, जिससे वे चोटिल हो जाते हैं। जनप्रतिनिधियों से सड़क बनवाने के लिए मिले, लेकिन वहां से सिर्फ आश्वासन मिला।