- सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

- सीएम ने सीएचसी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति पर दिया जोर

DEHRADUN: देहरादून का गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय जल्द ही सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरुवार को स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक में यह घोषणा की। उन्होंने मुख्य सचिव और वित्त सचिव को निर्देश दिये कि वे अस्पताल के लिए क्भ् करोड़ रुपये की व्यवस्था करें।

पहाड़ों में डॉक्टरों की कमी पर सीएम ने जताई चिंता

सीएम ने अधिकारियों को अस्पतालों में भरपूर दवाइयां उपलब्ध कराने, मरीजों को हर तरह की सुविधाएं देने, साफ-सफाई रखने और नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिये। पर्वतीय क्षेत्रों में डाक्टरों की कमी पर चिन्ता जताते हुए उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ डाक्टरों की सेवाएं रोस्टर के आधार पर ली जाएं और स्थानान्तरण के लिए जो नीति बनी है उसे सख्ती से लागू किया गया। उन्होंने सभी सीएचसी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति करने की जरूरत पर जोर दिया। सीएम ने कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र हर हाल में सरकारी अस्पतालों में सेवाएं दें, यह सुनिश्चित किया जाए। यदि जरूरी हो तो सरकारी मेडिकल कालेजों में फीस में मिलने वाली छूट पढ़ाई के दौरान न देकर सरकारी अस्पतालों में सेवा के दौरान इंस्टॉलमेंट के रूप में दी जाए।

सचल चिकित्सा वाहनों का हो उपयोग

उन्होंने सचल चिकित्सा वाहनों का इस्तेमाल न किये जाने पर नाराजगी जताई और इन वाहनों को डाक्टरों की कमी पूरा करने में सहायक बताया। सीएम ने दूरस्थ क्षेत्रों में सचल चिकित्सा वाहनों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए तुरन्त टेंडर करने के निर्देश दिये। उन्होंने अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे निजी अस्पतालों को प्रोत्साहित करने और लापरवाही बरतने वाले अस्पतालों के प्रति कड़ा रुख अपनाने को कहा। पिथौरागढ़ जिले में बेहद कम लिंग अनुपात पर चिन्ता जताते हुए सीएम ने एक साल के भीतर लिंगानुपात का लक्ष्य हासिल करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि सीएम कार्यालय लिंगानुपात की मॉनिटरिंग करेगा।