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- लाल बाग के राजा की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मौजूद रहेंगे राज्यपाल राम नाईक

- महाराष्ट्र के बैंड और 80 कलाकारों की टीम प्रस्तुत करेगी श्री गणेश की झांकी

BAREILLY:

आगामी गणेशोत्सव में 'लाल बाग के राजा' शामिल होंगे। जिनके दर्शन के लिए शहर भी आतुर है। गणेश चतुर्थी के दिन प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। जिसकी प्राण प्रतिष्ठा के बाद होने वाले पूजन में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक शामिल होंगे। वहीं, विसर्जन के दौरान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के मौजूद रहने की संभावना है। आयोजन समिति के मुताबिक सात दिवसीय आयोजित होने वाले कार्यक्रम हर दिन रंगारंग भजनोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। शहर में महाराष्ट्र की झलक दिखाने में कोई कसर बाकी न रहे इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है।

महाराष्ट्र से हुई रवानगी

आलमगीरगंज की गणेश पूजन समिति मराठा बुलियंस के संरक्षक एवं अध्यक्ष अनिल पाटिल ने बताया कि 'लालबाग के राजा' की 7.5 फीट ऊंची प्रतिमा को महाराष्ट्र से समिति के लोग लेकर रवाना हो चुके हैं। कल दोपहर तक प्रतिमा शहर पहुंच जाएगी। 5 सितम्बर को गणेश चतुर्थी के मौके पर प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होगी। जिसमें राज्यपाल राम नाईक के मौजूद रहने की पूरी संभावना है। साथ ही, डेढ़ सौ छोटी प्रतिमाएं भी शहर लाई जा रही हैं। जो अन्य आयोजकों को मुफ्त वितरित की जाएगी। श्री गणेश पूजन समारोह समिति भी लालबाग के राजा की ही तर्ज पर शहर से बनी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। श्री नाथ नगरी जलाभिषेक समिति, श्री शिव शक्ति दुर्गा जी धाम मंदिर में प्रतिमा की स्थापना करेंगी।

महाराष्ट्र की दिखेगी झलक

आयोजकों ने बताया कि लालबाग के राजा के साथ ही महाराष्ट्र के दो बैंड साप्ताहिक कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। इसी के साथ 80 कलाकारों की टीम मंगाई गई है, जो साप्ताहिक कार्यक्रमों में रंगारंग भजन संध्या की प्रस्तुति देंगे। वहीं, विसर्जन की तारीख पर शोभायात्रा में सेंटर ऑफ अट्रैक्शन रहेंगे। वहीं, भूपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि 24वें गणेश महोत्सव में भगवती जागरण, सांस्कृतिक और धार्मिक प्रोग्राम, मटकी फोड़ कार्यक्रम होंगे। श्री शिव शक्ति दुर्गा जी धाम मंदिर में भी हर दिन कथा और पूजन आरती का कार्यक्रम होगा। इसके अलावा अन्य 12 समितियां भी अपने स्तर से रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी। 11 सितम्बर को विसर्जन के दिन शहर की हर मोहल्ले से शोभायात्रा निकलेगी। जिसका हिस्सा धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक समितियों समेत हजारों की तादाद में शहरवासी बनेंगे। शोभायात्रा