छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : 'ए-कंपनी' के गैंगस्टर अखिलेश सिंह के खौफ के कारण उसे पूरे शहर से लाखों रुपये की रंगदारी आती थी, लेकिन उपेंद्र सिंह भी अखिलेश से बैर कर रंगदारी के धंधे में उतर गया था। जिस कारण अखिलेश को रंगदारी आनी कम हो गयी थी, जिसकी जानकारी जब अखिलेश को हुई तो उसने इसकी चर्चा अपने अपराधिक गुरु विक्रम शर्मा से की और विक्रम के इशारे पर अखिलेश ने हरीश की मदद से उपेंद्र सिंह की हत्या कोर्ट कैंपस में करवा दी। यह बातें अखिलेश गिरोह के सदस्य बलवीर सिंह ने पुलिस को बताई है।

बनारस से बुलाए गए थे शूटर्स

बलवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि करीब 7 से 8 माह पहले अखिलेश सिंह ने जसवीर व बलवीर को बनारस बुलाया था। जहां पहले से ही अखिलेश गिरोह के गुर्गे सुधीर दूबे, कन्हैया सिंह व अन्य मौजूद थे। वहां अखिलेश का अपराधिक गुरु विक्रम शर्मा भी मौजूद था। विक्रम के कहने पर अखिलेश ने उपेंद्र सिंह व उसके गैंग में शामिल अमित राय का सफाया करना जरुरी समझा। वहीं बनारस से लौटने के कुछ ही दिनों बाद उपेंद्र सिंह को बार बिल्डिंग में गोली मार दी गई। गोली मारने में हरीश, विनोद सिंह व सोनू सिंह शामिल थे। वहीं पंकज व संजय सिंह भी उन तीनों के साथ मौजूद था

चेसिस चालक से बना रंगबाज

बलवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि वह पहले चेसिस चालक था। फिर केबुल आपरेटर का काम करने लगा। 2010 में शादी करने के बाद उसकी माली हालत खराब होने लगी तो उसके दोस्त जसवीर सिंह ने उसकी मुलाकात अखिलेश सिंह से करवा दी। अखिलेश सिंह ने उसे 12 हजार प्रतिमाह की नौकरी दी और जेल में खाना पहुंचाने का काम दिया। फिर कोर्ट आने जाने लगा तो कोर्ट का काम भी अखिलेश ने उसे ही सौंप दिया। फिर जसवीर के साथ रंगदारी वसूलने के लिए भी जाने लगा।

रंगदारी वसूली का देता था हिसाब

शहर के व्यापारियों से रंगदारी वसूल अखिलेश सिंह को बलवीर व जसवीर हिसाब दिया करते थे। जिस रंगदारी के रुपये से वे दोनों अपना खर्च भी निकालते थे।

यहां-यहां से रंगदारी की वसूली

डीडी आयरन एंड स्टील, कमल सिंह, कामेश्वर प्रसाद, ब्लू मून, ब्लू स्कोप, तिरुपति इंटरप्राइजेज आदि प्रमुख हैं।

अखिलेश का पैसा विक्रम के माइनिंग में

बलवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि अखिलेश द्वारा वसूले गये रंगदारी का पैसा विक्रम शर्मा ने देहरादून, दिल्ली, गुंडगांव, नोयडा आदि जगहों पर क्रशर माइनिंग व रियल स्टेट आदि के धंधे में लगाया है।

अमलेश ने अपना गैग किया तैयार

बलवीर ने पुलिस को बताया कि अमलेश सिंह भी रंगदारी मांगने का धंधा करता है। उसका अपना अलग गैंग शहर में रंगदारी वसूलता है। अमलेश का चचेरा भाई मुकेश सिंह, पिंटु सिंह, अनु सिंह, सोनू सिंह, कल्लू लंगड़ा, मुन्ना, मनिंदर सिंह, आदि युवक अमिलेश के लिए रंगदारी वसूलते हैं।