- स्वरूप नगर राजकीय संवासिन गृह में हैवानियत का खेल खेलने के बाद की गई थी महिला की हत्या

-पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आई हकीकत, शरीर में अनगिनत खरोंच के निशान, रेप की भी पुष्टि हुई

-पुलिस और स्टाफ ने की थी मामले को दबाने की कोशिश, मिर्गी के दौरे से हालत बिगड़ना बताया था

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यन्हृक्कक्त्र : सरकार की तमाम कोशिशों, दावों और कई तरह की हेल्पलाइन जारी करने के बाद भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। स्वरूपनगर में राजकीय संवासिनी (शरणालय) गृह में एक महिला के साथ हैवानियत के बाद हत्या कर दी गई। उसके पूरे शरीर में नाखून की खरोंच के अनगिनत निशान मिले हैं। पुलिस और संवासिनी गृह के स्टाफ ने मामले को दबाने की पूरी कोशिश की लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सारी सच्चाई सामने ला दी। रिपोर्ट में हत्या से पहले महिला के साथ रेप की पुष्टि हुई है। प्राइवेट पा‌र्ट्स के पास पुरुष के बाल भी मिले हैं। जिसे डीएनए के लिए सुरक्षित रखा गया है। जबकि संवासिनी गृह के स्टाफ का कहना था कि मिर्गी का दौरा पड़ने से उसकी हालत बिगड़ गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने न सिर्फ महिला के साथ हुई हैवानियत का सच सामने रखा है बल्कि संवासिनी गृह में रह रही महिलाओं की दशा को भी उजागर कर दिया है। इधर, पुलिस और प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि अभी उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। अगर रिपोर्ट में हैवानियत के बाद हत्या की पुष्टि होगी तो रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

एक दिन तक दबाए रहे थे मामला

राजकीय संवासिनी गृह में सात साल से सरोज विश्वकर्मा रह रही थी। बीते मंगलवार को उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। कर्मचारियों का कहना था कि उसे मिर्गी का दौरा पड़ा था। इससे उसकी हालत बिगड़ गई थी। वे उसे हैलट ले गए थे। जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया। कर्मचारियों के मुताबिक वे जब उसे हैलट ले गए थे तो उसकी श्वांस चल रही थी। मजिस्ट्रेट ने उसका पंचनामा भरा था। जिसमें उन्होंने मृत हालत में उसको हैलट लाए जाने के बारे में लिखा है। इससे साफ है कि संवासिनी गृह में ही हैवानियत के साथ सरोज की हत्या की गई है।

पोस्टमार्टम में दरिंदगी का खुलासा हुआ

पुलिस एक दिन तक मामले को दबाए थी, लेकिन पोस्टमार्टम में उसके साथ दरिंदगी का खुलासा हो गया। तीन डॉक्टर के पैनल ने उसका पोस्टमार्टम किया है। उसकी लाश पोस्टमार्टम पहुंची तो उसके कपड़े अस्त-व्यस्त और फटे हुए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसके शरीर को जानवरों की तरह नोचा गया है। इसकी पुष्टि उसके शरीर में नाखून की खरोचों के अनगिनत निशान मिलने से हो गई। उसकी पीठ में रगड़ के निशान भी मिले है। इससे पता चलता है कि उसको फर्श पर घसीटा गया है। उसके नाखून और प्राइवेट पार्ट के पास पुरुष के बाल भी मिले हैं। रेप की भी पुष्टि हुई है।

तो हैवानियत में किसी कर्मचारी का हाथ है

संवासिनी गृह में बाहरी लोगों का जाना प्रतिबंधित है। वहां पर आठ लोगों का स्टाफ है। इसमें एक पुरुष कर्मचारी है। जब वहां पर बाहरी लोगों के जाने पर प्रतिबंध है, तो सरोज के साथ हैवानियत किसने की। यह बड़ा सवाल है। अगर संवासिनी गृह में ही उसके साथ हैवानियत की गई है तो इसमें किसी कर्मचारी का हाथ जरूर होगा। बिना कर्मचारी के सहयोग से कोई भी वहां नहीं जा सकता है। इंस्पेक्टर का कहना है कि सभी कर्मचारी संवासिनी गृह में हैं। वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने के बाद वहां जाकर पूछताछ करेंगे। अगर उसके साथ अनहोनी हुई है तो कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी संवासिनी गृह में दाग लग चुके है

राजकीय संवासिनी गृह में पहली बार ऐसा मामला सामने नहीं आया है। इससे पहले भी संवासिनी गृह में दाग लग चुके है। करीब नौ साल पहले संवासिनी गृह से कई लड़कियां भाग गई थी। पुलिस ने जब उनको बरामद किया था तो उन्होंने संवासिनी गृह में उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाया था।

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आपसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट का पता चला है। अगर रिपोर्ट में उसके साथ हैवानियत की पुष्टि हुई तो निश्चित ही आरोपी को पकड़कर कार्रवाई की जाएगी।

अखिलेश कुमार, एसएसपी

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-संवासिनी गृह में 8 लोगों का स्टाफ, जिसमें सिर्फ एक पुरुष

- बाहरी लोगों का गृह में प्रवेश करना पूरी तरह प्रतिबंधित है

- महिला के साथ हैवानियत करने के बाद हत्या किसने की

- क्या चोरी-छिपे बाहर के लोगों का वहां आना-जाना था

- अगर बाहरी लोग वहां आते थे तो किसकी मदद या इजाजत से

- स्टाफ ने महिला के साथ हुई वारदात को छिपाने का प्रयास क्यों किया

- क्या संवासिनी गृह की महिला स्टाफ को इसके बार में पता था

- अगर स्टाफ को पता था तो उन्होनें किसके दबाव में इसे छिपाया

- क्या संवासिनी गृह की महिलाओं का शोषण तो नहीं किया जा रहा

- पुलिस ने अन्य महिलाओं से पूछताछ कर मामले की पड़ताल क्यों नहीं की

- पूरे मामले की उच्च्स्तरीय जांच से मामले की तह तक पहुंचा जा सकता