-बिठूर में नालों का पानी सीधे गंगा में नहीं गिर सकेगा, एनजीआरबीए ने 2.7 एमएलडी के एसटीपी को दी हरी झंडी

KANPUR: गंगा को पॉल्यूशन फ्री बनाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। आने वाले समय में बिठूर में भी सीवेज के नालों का पानी सीधे गंगा में नहीं गिर सकेगा। इसके लिए बिठूर में म्0 करोड़ से गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई जलनिगम ख्.7 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाएगा। टाउन एरिया बिठूर में बनने वाले इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को नेशनल गंगा रिवर बेसिन अथारिटी (एनजीआरबीए) ने हरी झंडी दे दी है। इस प्रोजेक्ट को लेकर वेडनेसडे को नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के टेक्निकल मैनेजर देवेन्द्र एस ढकोला, रजत गुप्ता और उ.प्र.राज्य गंगा नदी संरक्षण अभिकरण के तकनीकि सलाहकार हरीश चन्द्र ने केडीए और इरीगेशन डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स संग निरीक्षण भी किया। एसटीपी बनाने की जिम्मेदारी गंगा पाल्यूशन कन्ट्रोल यूनिट जलनिगम को सौंपी गई है। गंगा पाल्यूशन कन्ट्रोल यूनिट जलनिगम के जीएम शरद सेंगवाल ने बताया कि फिलहाल ख् एमएलडी से कम ही सीवेज का पानी बिठूर से निकल रहा है। लेकिन आगे पापुलेशन बढ़ने पर ये मात्रा बढ़ेगी। इसीलिए ख्.7 एमएलडी का एसटीपी प्रपोज्ड किया गया था। बिडिंग करके जल्द ही एसटीपी का काम शुरु कराया जाएगा।