-एनजीआरबीए ने दी सहमति, भारत सरकार को वित्तीय स्वीकृति के लिए संस्तुति

-फिजिबिलिटी जांचने के लिए एनजीआरबीए की टीम दो दिनों तक डाले रही सिटी में डेरा, बुधवार को केडीए में हुआ प्रोजेक्ट प्रजेंटेशन

KANPUR: गंगा रीवर फ्रन्ट डेवलपमेंट के प्रोजेक्ट को एनजीआरबीए ने सहमति दे दी है। इस प्रोजेक्ट को हकीकत का रुप देने का काम अगले साल यानि ख्0क्भ् से शुरु हो सकता था। एनजीआरबीए की टीम ने बुधवार को भी गंगा का घाटों का निरीक्षण किया.केडीए में इस प्रोजेक्ट का प्रजेंटेशन भी किया गया। एनजीआरबीए की सहमति के बाद फिलहाल गंगा बैराज से भैंरोघाट तक पायलट प्रोजेक्ट बनाने की तैयारी शुरू हो गई है।

केडीए ने भेजा था कांसेप्ट नोट

दरअसल पिछले व‌र्ल्ड बैंक की टीम ने कानपुर का दौरा किया था। दौरे के बाद उसने गंगा बैराज से जाजमऊ तक गंगा के सिटी साइड किनारों के ब्यूटीफिकेशन और पिकनिक स्पॉट डेवलप करने का प्रोजेक्ट बनाने को कहा था। इसकी जिम्मेदारी केडीए को सौंपी गई थी। केडीए ने आईआईटी के वैज्ञानिकों के जरिए गंगा रिवर फ्रन्ट प्रोजेक्ट का कांसेप्ट नोट तैयार कराया। जो कि करीब फ्00 करोड़ का है। इसमें गंगा बैराज से जाजमऊ तक पॉथवे, लाइटिंग, घाटों का सुन्दरीकरण, नए घाट बनाने, खाली जगह पर पिकनिक स्पॉट्स डेवलप करने, एम्पीथियेटर पब्लिक एमेनिटीज, पार्किग आदि कार्य शामिल थे। वित्तीय स्वीकृति के लिए ये कांसेप्ट नोट स्टेट गवर्नमेंट के थ्रू प्रमुख सचिव भारत सरकार को भेजा था। जो नेशनल गंगा रिवर बेसिन अथारिटी को भेजा गया। इस बीच एकबार फिर सिटी आई व‌र्ल्ड बैंक की टीम ने प्रजेंटेंशन देखकर इस प्रोजेक्ट को सहमति दे दी है। अब नेशनल गंगा रिवर बेसिन अथारिटी ने इस प्रोजेक्ट को स्वीकृति हेतु भारत सरकार को संस्तुति करने की तैयारी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में मंगलवार को नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के टेक्निकल मैनेजर देवेन्द्र एस ढकोला, रजत गुप्ता और उ.प्र। राज्य गंगा नदी संरक्षण अभिकरण के तकनीकि सलाहकार की टीम पहुंची। उन्होंने इन दो दिनों में मैस्कर घाट, गंगा बैराज आदि घाट गए। बुधवार को केडीए में इस प्रोजेक्ट का टीम के सामने प्रजेंटेंशन भी हुआ। टीम के मेंबर्स ने गंगा बैराज से भैंरोघाट तक पायलट प्रोजेक्ट बनाने को हरी झंडी दे दी है। जिससे कि पूरे प्रोजेक्ट का डीपीआर बनाया जा सके। कुल मिलाकर ये सारे प्रॉसेज इस साल के आखिर तक पूरे होने के टीम ने संकेत दिए। अगले साल गंगा रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का काम शुरू हो सकता है। केडीए में प्रजेंटेशन के दौरान वीसी जयश्री भोज, एडीशनल सेक्रेटरी सीपी त्रिपाठी, सीटीपी स्वराज गांगुली, टाउन प्लान आशीष शिवपुरी, कानपुर समग्र विकास समिति के संयोजक नीरज श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।

गंगा रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट

प्रोजेक्ट कास्ट- फ्00 करोड़

-गंगा बैराज से जाजमऊ तक क्क् किलोमीटर गंगा के किनारे बनेगा पॉथवे

- घाटों का होगा सुन्दरीकरण, नए घाट भी बनेंगे

- गंगा किनारे खाली पड़ी जमीन को पिकनिक स्पॉट की तरह विकसित किया जाएगा

- गंगा के किनारे लाइटिंग, एम्पीथियेटर, बैठने की जगह, पब्लिक एमेनिटीज, व्हीकल पार्किग, गंगा किनारे तक पहुंचने का रास्ते आदि