RANCHI : मंगलवार को एक तरफ छठ महापर्व के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्ध्य दिया जा रहा था तो दूसरी तरह रातू के शांतिनगर में वहशियों ने घर में घुसकर नाबालिग के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी। मानवता को शर्मसार कर देने वाली इस घटना से गुस्साए लोगों ने बुधवार को सड़क पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया। घंटों तक पंडरा के पास रांची-लोहरदगा रोड जाम कर दिया। जाम हटाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। ऐसे में पुलिस ने लाठीचार्ज कर माहौल को नियंत्रित करने की कोशिश की। हालांकि, लाठीचार्ज में कोई हताहत नहीं हुआ। उधर, रातू पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नाबालिग का शव उसके घर से बरामद किया। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है।

चोरी भी कर ली

शांतिनगर की एक महिला हर रोज की तरह ही मंगलवार की सुबह भी सजी बेचने घर से निकल गई थी और भाई अ‌र्घ्य देने गया था। रात करीब नौ बजे जब वह घर लौटी तो दरवाजा खुला था। उसने बेटी को आवाज दी पर कोई जवाब नहीं मिला। जब उसने कमरे का दरवाजा खोला तो देखा कि खून से लथपथ बेटी का शव जमीन पर पड़ा था। घर के पीछे का दरवाजा भी खुला था। उसने पानी की बूंदे बेटी के मुंह में डाली, लेकिन होश नहीं आया। उसकी सांसें थम चुकी थी। वहशियों की दरिंदगी यहीं खत्म नहीं हुई। वे आलमीरा तोड़कर नकद 70 हजार समेत गहने भी लेकर भाग गए थे। इस दर्दनाक घटना के बाद महिला दहाड़े मारकर रो रही थी, तो आसपास के लोग घर पर पहुंच गए। इसके बाद रातू पुलिस को इसकी सूचना दी गई। फर्श, दीवार, बेड और आलमीरा में बिखरा खून दरिंदों की क्रूरता की कहानी कह रहा था। दरिंदों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम देने के पहले नाबालिक का हाथ-पैर बांध दिया था और मुंह बंद कर दिए थे। कमरे में बिखरे सामान बच्ची के साथ हुई दरिंदगी की कहानी कह रहे थे।