JAMSHEDPUR: जमशेदपुर में रहने वाला व मूल रूप से बिहार का निवासी अखिलेश सिंह सुशांत लोक स्थित एक फ्लैट बी-भ्ख्0बी में अपनी वाइफ के साथ हूलिया बदलकर रह रहा था। एनकाउंटर के बाद अखिलेश की अरेस्टिंग हुई है, जिसमें उसके दोनों पैरों में गोलियां लगी हैं। एनकाउंटर टीम में शामिल एक पुलिस अफसर ने बताया कि डॉन यहां अपनी पहचान छिपाकर लंबे समय से वाइफ के साथ रह रहा था। सोसायटी के लोगों को इसके डॉन होने का जरा भी अंदेशा नहीं था।

 

एन्काउंटर में लगी गोलियां, घायल

पुलिस ने बताया है कि अखिलेश सिंह की गिरफ्तारी को लेकर जमशेदपुर पुलिस की एक टीम कई दिनों से दिल्ली और गुरुग्राम में डेरा डाले हुई थी। सूचना थी कि अखिलेश सिंह दिल्ली के आसपास ही कहीं छिपा है। पुलिस को यहां एक आलीशान फ्लैट में उसके छिपे होने की सूचना मिली तो लोकल पुलिस की क्राइम ब्रांच के सहयोग से झारखंड पुलिस ने मंगलवार देर रात डीएलएएफ इलाके में छापामारी की। पुलिस के वहां पहुंचते ही अखिलेश और उसके गुर्गो ने पुलिस पर गोलियां चला दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों पैरों में गोली लगने से अखिलेश घायल हो गया। उसे स्थानीय सिविल हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।

 

इन बड़ी वारदातों को दिया अंजाम

-ख् नवंबर ख्007: साकची आम बागान के पास श्री लेदर्स के ओनर आशीष डे की हत्या

-क्भ् मार्च ख्008: साकची में रवि चौरसिया पर फायरिंग

-ख्0 मार्च ख्008: साकची में पूर्व जज आरपी रवि पर फायरिंग

-क्म् मई ख्008: साकची में श्रीलेदर्स के मालिक आशीष डे के घर पर फायरिंग

-ख्भ् जुलाई, ख्008: बिष्टुपुर में कांग्रेसी नेता नट्टू झा के कार्यालय पर गोली चली

-क्7 अगस्त ख्008: बर्मामाइंस में अपराधी परमजीत सिंह के भाई सत्येंद्र सिंह के ससुराल में फायरिंग

-ख्8 अगस्त ख्008: साकची में ठेकेदार रंजीत सिंह पर फायरिंग

-क्7 सितंबर ख्008: एमजीएम अस्पताल मोड़ पर बंदी परमजीत सिंह पर फायरिंग

-ब् अक्टूबर ख्008: बिष्टुपुर में बाग-ए-जमशेद के पास टाटा स्टील के सुरक्षा अधिकारी जयराम सिंह की हत्या

-ख्008: बिष्टुपुर में कीनन स्टेडियम के पास ट्रांसपोर्टर अशोक शर्मा की हत्या

 

जेलर की हत्या के बाद आया चर्चा में

अखिलेश सिंह का नाम जमशेदपुर में एक जेलर की हत्या के बाद चर्चा में आया था। तब अखिलेश सिंह ने उस वक्त जेलर की हत्या कर दी थी, जिस दिन जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में भारत-वेस्ट इंडीज का मैच चल रहा था। इस घटना के बाद उसने जमशेदपुर में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कई साल जेल में रहने के बाद वह जमानत पर छूटा। फिर फरार हो गया था।

 

ट्रांसपोर्टर की हत्या के बाद घर कुर्क

डॉन अखिलेश सिंह की तलाश वैसे तो पुलिस को कई बड़े आपराधिक मामलों में थी, लेकिन इस साल के शुरुआत में जमशेदपुर सिविल कोर्ट परिसर में हुई ट्रांसपोर्टर और जेएमएम नेता उपेंद्र सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी शुरू कर दी थी। पुलिस ने इस घटना के बाद उसके घर की कुर्की-जब्ती की थी। इसके अलावा पुलिस ने उसके गैंग के कई अपराधियों को गिरफ्तार भी किया था।