द्रविड़ अपने काम के प्रति अनुशासन के लिए जाने जाते हैं और उनका नेट्स पर अभ्यास करना आश्चर्यजनक नहीं था। उम्मीद है कि टीम के दूसरे युवा बल्लेबाज़ भी राहुल से कुछ सीख लें।

वैसे राहुल की प्रैक्टिस देखने एक और शख़्स पहुँचे– पूर्व कप्तान सौरव गांगुली। थोड़ी ही देर में खेल शुरु होने वाला था इसलिए शायद दोनों में कुछ बात नहीं हुई।

गुलाबी हुआ सिडनी का मैदान

गुरुवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड गुलाबी रंग में नहा गया। दरअसल ग्लेन मैकग्रॉ की दिवंगत पत्नी जेन मैकग्रॉ की याद में मैदान पर जेन मैकग्रॉ फ़ाउंडेशन ने चंदा इकट्ठा करने का कार्यक्रम आयोजित किया था।

जेन मैकग्रॉ की मौत स्तन कैंसर से हो गई थी। इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और नर्सों को ट्रेनिंग देने में जेन मैकग्रॉ फ़ाउंडेशन ऑस्ट्रेलिया में तेज़ी से काम कर रहा है। इस कार्यक्रम के तहत सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर लोगों को गुलाबी रंग के कपड़े पहन कर आने को कहा गया था।

स्टेडियम में लड़के-लड़कियाँ गुलाबी रुमाल भी बाँट रहे थे। स्टेडियम में हज़ारों लोगों ने कुछ न कुछ गुलाबी ज़रूर पहना था और पूरा स्टैंड गुलाबी रंग में नहा रहा था। ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड भी गुलाबी कपड़े पहन कर मैदान पर आईं और स्टेडियम में जगह-जगह लोगों से मुलाक़ात की।

बाद में हाई टी के दौरान प्रधानमंत्री गिलार्ड ने एक ‘केक सजाओ’ प्रतियोगिता में भी भाग लिया। लेकिन इसमें उन्हें कोई पुरस्कार नहीं मिला। पहला प्राइज़ मिला ग्लेन मैकग्रॉ और उनकी बेटी हॉली मैकग्रॉ की टीम को।

'डॉग' क्लार्क

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क को टीम में 'पप' या 'पपी' के नाम से पुकारा जाता है। ये नाम तब पड़ा था जब 2004 में क्लार्क ऑस्ट्रेलिया के टीम में आए थे और टीम में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे। सिडनी में जब क्लार्क ने तिहरा शतक लगाया तो संवाददाता सम्मेलन में उनसे पूछा गया कि क्या वो अब अपना उपनाम बदलना चाहेंगे?

क्लार्क ने पास में बैठे माइकल हसी से पूछा कि वो क्या नाम रखना चाहेंगे तो हसी ने तपाक से जवाब दिया 'डॉग' यानी कुत्ता। हालांकि क्लार्क ने इसे हँसी में ही लिया औऱ कहा कि उन्हें इस नाम से कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि लोग उन्हें इससे भी बुरे नाम से पुकार चुके हैं।

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