- अल्लापुर वार्ड के हर गली व सड़क के लोग कचरे से हैं परेशान

ALLAHABAD: एक तरफ नियमित कचरा डिस्पोज नहीं होने से पूरा शहर कचरा पेटी बना है। नगर निगम के कर्मचारी ही गलियों व मोहल्लों का कचरा सड़क पर फेंक रहे हैं। दूसरी ओर नगर आयुक्त ये बयान दे रहे हैं कि अगर किसी ने घर के बाहर कचरा फेंका तो उसके खिलाफ एफआईआर कराएंगे। अब नगर आयुक्त खुद बताएं कि पब्लिक घर से निकले कचरे को घर से बाहर न फेंके तो फिर कहां फेंके। क्योंकि नगर निगम ने शहर के ज्यादातर इलाकों में इस तरह का इंतजाम ही नहीं किया है कि कचरा गली या सड़क पर नहीं बल्कि डस्टबीन में फेंका जाए।

अल्लापुर वार्ड में हैं दो-चार डस्टबीन

नगर निगम के वार्ड नंबर ख्भ् के प्रमुख एरिया अल्लापुर में साफ-सफाई की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए आई नेक्स्ट टीम ने गुरुवार को दौरा किया। अल्लापुर की कुल आबादी करीब ब्0 हजार है। इतनी आबादी वाले वार्ड में सफाई व्यवस्था केवल फ्ख् कर्मचारियों के जिम्मे है। टीम ने अल्लापुर, नेता चौराहा, पटेल चौराहा, लालता चौराहा होते हुए अल्लापुर इलाके की गलियों व कॉलोनियों का भ्रमण किया। लेकिन एक-दो स्थान को छोड़ कर कहीं भी डस्टबीन दिखाई नहीं दिया।

हर घर के आगे दिखा कचरा

नगर आयुक्त ने बयान दिया है कि वे कचरा फेंकने वालों के खिलाफ एफआईआर कराएंगे। जबकि गुरुवार को अल्लापुर इलाके में करीब-करीब हर घर के सामने कचरे का ढेर दिखाई दिया। कहीं कुछ ज्यादा तो कहीं कुछ कम। ऐसा इसलिए क्योंकि कहीं भी डस्टबीन नहीं रखा गया था। इसलिए अपने-अपने घर का कचरा लोगों ने दूसरे घरों के सामने फेंकने के बजाय अपने घर के सामने ही रख दिया था।

कब्रिस्तान के बाहर फुल मिला कंटेनर

लापरवाही का आलम ये है कि अल्लापुर एरिया में इंट्री करते समय सड़क किनारे स्थित कब्रिस्तान के गेट के बाहर कचरे का ढेर लगा था। कंटेनर भरा पड़ा था और कचरा बाहर सड़क पर फैला था। इतना ही नहीं, कर्नलगंज इंटर कॉलेज, नेता चौराहा, डढि़या रोड, पटेल चौराहा से लेकर चंद्रशेखर आजाद विद्यालय तक जगह-जगह कचरे का ढेर मिला।

बातें नहीं, व्यवस्था दें नगर आयुक्त

हम रहते तो शहर के महत्वपूर्ण वार्ड में हैं। लेकिन यहां सुविधाएं बद से बदतर हैं। सड़क तो कुछ ठीक है, गलियों की व्यवस्था तो भगवान भरोसे है।

चंद्र प्रकाश

हमारे कॉलोनी में दो-दो तीन-दिन तक कचरा पड़ा रहता है। जिससे काफी दिक्कत होती है। कचरा उठाने वाले कर्मचारी अगर रोज आएं तो कोई दिक्कत ही न हो।

छेदी लाल पटेल

हम नगर निगम को समय पर टैक्स देते हैं। लेकिन नगर निगम हमें कोई सुविधा नहीं दे पा रहा है। सफाई व्यवस्था तो सबसे खराब है। कर्मचारी आते ही नहीं हैं, अगर आते हैं तो सप्ताह भर बाद।

दिनेश प्रताप सिंह

गंदगी और बदबू के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत हम लोगों को होती है। क्योंकि घर में तो हमें रहना पड़ता है। गंदगी हवा के साथ उड़ कर घर में आती है।

गीता देवी

अखबार में नगर आयुक्त का बयान पढ़ा, उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर घर के बाहर कचरा फेंका तो एफआईआर कराएंगे। लेकिन हम नगर आयुक्त से पूछते हैं कि आखिर कचरा कहां फेकें।

जितेंद्र कुमार सिंह

हम कचरा घर के बाहर या सड़क पर नहीं फेकेंगे। अब नगर आयुक्त ही बताएं कि कहां फेकें। उन्होंने किन-किन इलाकों में डस्टबीन रखवाया है। सुविधाएं नहीं देते, केवल बयानबाजी कर रहे हैं।

माता प्रसाद गुप्ता

गंदगी के कारण ही घर के बाहर दिन भर जानवर टहलते रहते हैं। जिससे काफी दिक्कत होती है। अगर कचरा हट जाए तो जानवर भी नहीं दिखाई देंगे।

सत्य नरायन पटेल

नगर निगम ने इंतजाम कर रखा है, वह मन को खिन्न करने वाला है। जिस ओर निकल जाइए, गंदगी मिल जाएगी। क्या यही व्यवस्था है नगर निगम की।

श्यामकांत मिश्रा

करीब ब्0 हजार की आबादी वाले वार्ड में केवल फ्ब् कर्मचारी हैं। जबकि 70 की जरूरत है। वार्ड में चंद स्थानों को छोड़ कर कहीं भी सीपी, डीपी नहीं है। कचरा सड़क पर ही रहता है। यही नहीं जल निकासी की भी व्यवस्था नहीं है। कई बार विरोध जताते हुए आंदोलन की चेतावनी दे चुका हूं, फिर भी कार्रवाई नहीं होती।

शिवसेवक सिंह

पार्षद

नगर निगम, इलाहाबाद

पुराने शहर की हालत बद से बद्तर है। शिकायत सही है कि अल्लापुर में सीपी-डीपी नहीं है। अब पब्लिक आखिर कचरा फेके तो कहां। नगर आयुक्त व्यवस्था करने के बजाए उल-जुलूल बयान दे रहे हैं। जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। एक-दो दिन में व्यवस्था नहीं सुधरी तो आंदोलन किया जाएगा।

अभिलाषा गुप्ता

मेयर, नगर निगम