-डीएम ने हस्तक्षेप कर निकाला रास्ता, वेतन विसंगति मामले की सुनवाई उपश्रमायुक्त ऑफिस में होगी

GORAKHPUR: डीएम की चौखट पर पहुंचते ही गीता प्रेस में चल रहा विवाद शांत पड़ गया। डीएम के हस्तक्षेप के बाद जहां वेंस्डे को गीता प्रेस का ताला खुल गया, वहीं सभी कर्मचारी काम पर वापस लौट आए। साथ ही विवाद के बाद बर्खास्त किए गए तीन कर्मचारियों को भी वापस ले लिया गया। वहीं वेतन विसंगति के मामले की सुनवाई ख्ब् दिसंबर से उपश्रमायुक्त कार्यालय पर होगी। विश्व में गोरखपुर की पहचान बना गीता प्रेस कुछ दिन से विवादों में था। कभी कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे थे तो कभी ट्रस्टी कार्रवाई।

डीएम ने सॉल्व की प्रॉब्लम

गीता प्रेस पर ताला लटकने और सड़क पर उतरे कर्मचारियों की प्रॉब्लम को देखते हुए डीएम रंजन कुमार ने वेंस्डे को एक मीटिंग की। जिसमें ट्रस्टी और कर्मचारियों के साथ एडीएम सिटी भी मौजूद थे। दोनों पक्ष को ध्यान में रखते हुए डीएम रंजन कुमार ने गीता प्रेस में ताला खोलने का आदेश दिया और सभी कर्मचारियों का काम पर लौटने का निर्देश दिया। वेतन विसंगति को लेकर शुरू हुए विवाद की सुनवाई ख्ब् दिसंबर से उपश्रमायुक्त ऑफिस में होगी। क्भ् दिसंबर को अपनी प्रॉब्लम को लेकर कर्मचारियों ने विरोध करते हुए सड़क पर प्रदर्शन किया था, जिससे नाराज होकर ट्रस्टी ने न सिर्फ गीता प्रेस के मेन गेट पर ताला जड़ दिया बल्कि तीन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। इससे विवाद और बढ़ गया था। वेंस्डे को कर्मचारियों ने प्रॉब्लम सॉल्व न होने तक उपश्रमायुक्त ऑफिस पर धरना देने की बात कही थी।