-मिलेंगी 800 प्रकार की सस्ती दवाएं

-कैंसर की दवाएं बहुत सस्ती कीमतों पर

LUCKNOW

प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में जुलाई के पहले हफ्ते से सस्ती दरों पर जन औषधि केंद्रों से दवाएं मिलने लगेंगी। जल्द ही सरकार इसके लिए कैबिनेट से आदेश जारी करेगी। उसके बाद एक माह के अंदर सभी सरकारी अस्पतालों में दवा काउंटर खोल कर उनसे बिक्री शुरू कर दी जाएगी। यह जानकारी थर्सडे को साची के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आलोक कुमार मित्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

यूपी में प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की जिम्मेदारी संभाल रहे साची के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आलोक कुमार मित्रा ने बताया कि इन काउंटर्स पर ब्रांडेड की अपेक्षा 600 फीसद सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि पीएम जन औषधि परियोजना को उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा मिनिस्ट्री ऑफ फार्मास्युटिकल एंड फर्टिलाइजर के ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया (बीपीपीआई) के साथ स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए नोडल एजेंसी स्टेट एजेंसी फॉर कांप्रीहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस (साची) को बनाया गया है। पहले फेज में प्रदेश के सभी 178 जिला चिकित्सालयों के स्तर के अस्पताल, 821 सीएचसी, पीएचसी और 26 मेडिकल कॉलेजों व पीजीआई सहित 1000 अस्पतालों में जेनेरिक दवाओं के लिए जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे।

सीसीटीवी की निगरानी में होंगे स्टोर्स

आलोक मिश्रा ने बताया कि ये सभी दवाएं केंद्र सरकार की कंपनियों या उनसे अनुबंध वाली कंपनियों में क्वालिटी के साथ निर्मित हैं जिनका कड़ाई के साथ क्वालिटी चेक होता है। उन्होंने बताया कि यह स्टोर्स सिर्फ जेनेरिक दवाओं के लिए होंगे जिनके लिए सभी अस्पतालों को 120 स्क्वॉयर फीट जगह उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही कैबिनेट से जीओ जारी होने के बाद फार्मोसिस्ट डिग्री या डिप्लोमा धारकों को इन काउंटर्स को ओपेन करने के लिए इनवाइट किया जाएगा। इसमें ढाई लाख की सहायता सरकार उपलब्ध कराएगी। जिनमें एक लाख की दवाएं भी होंगी। उन्होंने बताया कि जेनेरिक स्टोर्स के मालिकों को दवाओं में 12 से 15 प्रतिशत का लाभ मिलेगा। ये सभी जेनेरिक स्टोर्स कम्प्यूट्रीकृत होंगे और सीसीटीवी की निगरानी में होंगे।