- क्लास 6 से लेकर 12वीं तक के बच्चे इस टेस्ट में भाग ले सकते हैं

- इस बार एक साथ 8 राज्यों के 62 शहरों में आयोजित होगा इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट

- 30 अप्रैल को है एग्जाम, हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही माध्यमों से दे सकते हैं यह एग्जाम

Meerut : 2014 की सफलता और स्कूलों और स्टूडेंट्स की लगातार मांग को देखते हुए इस साल भी इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट का आयोजन हो रहा है। इस टेस्ट के प्रति स्टूडेंट्स ही नहीं बल्कि टीचर्स में भी जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। 1 अप्रैल से औसतन 4500 फोन कॉल प्रतिदिन आ रही हैं। यह टेस्ट जागरण समूह और सिगरिड एजुकेशन सर्विसेज की एक ऐसी पहल है, जिसके माध्यम से छात्र सही समय पर अपनी रुचि और पैशन को पहचान कर अपने करियर की प्लानिंग करते हैं।

ऐसे हेल्प करेगा इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट

अक्सर जब बच्चे छठी-सातवीं क्लास में होते हैं, तो वह एक साथ कई चीजें बनना चाहते हैं। उन्हें इस बात की पूरी जानकारी नहीं होती कि इसके लिए पढ़ना क्या पड़ता है और करना क्या पड़ता है। इसके बारे में तो उन्हें और भी नहीं पता होता कि जिस करियर को वह चुनना चाहते हैं, उससे संबंधित इंटेलिजेंस उनमें है भी या नहीं। कई ऐसे छात्र हैं, जो समझ नहीं पाते कि उन्हें क्या करना चाहिए। आपके शहर में होने वाला आईआईटी टेस्ट एक ऐसा टेस्ट है, जो आपका करियर पाथ बनाता है। आपको बताता है कि आप कहां मजबूत हैं, कहां कमजोर। कौन-कौन सा क्षेत्र आपके लिए श्रेष्ठ हो सकता है, इसकी पूरी जानकारी इस टेस्ट के रिजल्ट में हर स्टूडेंट्स को उपलब्ध कराई जाती है।

ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन

इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट 2015 के लिए आप दो तरीके से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

1. अगर आपका स्कूल इस टेस्ट के लिए रजिस्टर्ड है, तो स्कूल कोर्डिनेटर से रजिस्ट्रेशन फॉर्म ले सकते हैं और फिर उन्हीं के पास इसे जमा कर सकते हैं। इस स्थिति में आपका स्कूल ही आपका परीक्षा केंद्र होगा।

2. अगर स्कूल इस टेस्ट के लिए रजिस्टर्ड नहीं है तो आप ऑनलाइन www.indianintelligencetest.com पर भी खुद को इस टेस्ट के लिए रजिस्टर्ड करा सकते हैं। इस स्थिति में परीक्षा केंद्र की जानकारी आपको एसएमएस के द्वारा सूचित की जाएगी।

टेस्ट के बारे में किसी भी तरह की जानकारी आप टोल फ्री नंबर क्800फ्0क्0ख्889 से भी सोमवार से शनिवार सुबह क्0 बजे से म् बजे त प्राप्त कर सकते हैं।

हर स्टूडेंट्स के लिए क्यों जरूरी है इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट

हॉवर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ एजुकेशन के प्रोफेसर हॉवर्ड गार्डनर ने छात्रों की इंटेलिजेंस को मेजर करने के लिए मल्टीपल इंटेलिजेंस का प्लान डेवलप किया था। हॉवर्ड गार्डनर ने सात डिफरेंट इंटेलिजेंस टाइप को आइडेंटिफाई किया। उनके मुताबिक, 'हर बच्चे में अलग इंटेलिजेंस लेवल होता है, जिसकी वजह से वह चीजों को डिफरेंट तरह से समझते, प्रदर्शित करते और याद करते हैं.' गार्डनर का कहना है कि हर बच्चा एक तरह से एक ही स्टडी मैटीरियल को नहीं समझ सकता है। हमारे एजुकेशन सिस्टम में स्टूडेंट के इंटेलिजेंस लेवल पर ज्यादा फोकस नहीं किया जाता है, जिस वजह से यह जान पाना मुश्किल होता है कि किस बच्चे को क्या चीज कैसे समझ आ रही है। इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट इन्हीं मुश्किलों का समाधान करता है।

ये स्कूल आईआईटी से जुडे़

- वेद इंटरनेशनल स्कूल

- विद्यादीप ग्लोबल स्कूल, मवाना

- ट्रांसलेम एकेडमी

- दीवान पब्लिक स्कूल, जागृति विहार

- द आर्यन्स

- सेंट जोंस

- रिषभ एकेडमी

- कृष्णा पब्लिक स्कूल

- गुरुतेग बहादुर पब्लिक स्कूल

- सनातन धर्म इंटर कॉलेज

- दीवान पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल

- केवी पंजाब लाइंस

- सेठ बीके माहेश्वरी

- एसएनवीपी

- एसएनवीपी ग‌र्ल्स

- सीजेडीएवी

- बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल

- बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती शिशु मंदिर

- दीवान पब्लिक स्कूल, वेस्ट एंड रोड

- सत्यकाम इंटरनेशनल स्कूल