बच्चों से कुछ उम्मीद है, तो इसे छोडि़ए मत

अगर आप भी अपने बच्चों को स्ट्रेस से दूर रखकर उनसे बेस्ट परफार्मेंस की उमीद रखते हैं तो उसे इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट जरूर दिलवाइए। क्योंकि यह टेस्ट ही वो माध्यम है जिससे आपको अच्छी तरह से समझ में आ जाएगा कि आपका बच्चा आखिर किस क्षेत्र में बेहतर परफार्म कर सकता है? वो क्या सोचता है और कैसे सोचता है? उसका रुझान किस फील्ड में है? क्योंकि आज के दौर में कॅरियर बिल्डअप करने के लिए संभावनाओं का अपार सागर है। जहां पहले पेरेंट्स की नजर में अपने बच्चों के लिए डॉक्टर और इंजीनियर ही कॅरियर ऑप्शन होते थे, वहीं आज स्पोट्र्स, यूजिक, आर्ट, ग्राफिक्स जैसी इंटरटेन फील्ड इसके बेस्ट एग्जापल हैं। खास बात ये है कि ये टेस्ट अपने बच्चों को और उनका पोटेंशियल समझने की परफेक्ट साइंटिफिक विधि है।

अब समय बहुत कम है

ध्यान रखें, 30 जनवरी इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट के रजिस्ट्रेशन करवाने की लास्ट डेट है। आप स्कूलों के माध्यम से टेस्ट के लिए अपने बच्चों का रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। यही मौका है, वर्ना केवल 100 रुपए में आपको ये वैल्यूएबल टेस्ट दोबारा देने को नहीं मिलेगा। बाद में इस टेस्ट के लिए आपको बहुत ज्यादा पे करना पड़ सकता है।  

नहीं रहेगी असमंजस की स्थिति

कई पेरेंट्स बच्चों को घर में पढऩे के लिए पूरे दिन डांटते रहते हैं। पेरेंट्स बहुत जागरुक हैं, लेकिन फिर भी वह इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि बच्चे के कॅरियर की दिशा कैसे तय की जाए। खुद बच्चे भी कई बार सही निर्णय नहीं ले पाते। स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स की इसी परेशानी को खत्म करने के लिए मालवीय सेंटर फॉर इनोवेशन, इनक्यूबेशन एंड एन्टरप्रेन्योरशिप (एमसीआईआईई) और आईआईटी-बीएचयू मिलकर एमआई टेस्ट पर बेस्ड इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट आयोजित करा रहे हैं। इस टेस्ट में भाग लेने के लिए बच्चे अपने स्कूल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। निजी तौर पर स्टूडेंट्स इसमें रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकते। स्कूलों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की भी व्यवस्था है। इस टेस्ट में क्लास 6 से लेकर 12 तक के बच्चे पार्टिसिपेट करने के लिए एलिजिबल होंगे। केवल साइंस स्ट्रीम के बच्चे ही इसमें भाग ले सकते हैं।

90 मिनट में 150 सवाल

इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट को दो भागों में बांटा गया है। पहला भाग एप्टीट्यूड टेस्ट होगा। इसमें 90 मिनट में 150 सवालों के जवाब देने होंगे। दूसरा भाग मल्टीपल इंटेलीजेंस टेस्ट का होगा, जिसका मकसद यह पता लगाना होगा कि बच्चे में किस तरह की मेधा (इंटेलीजेंस) है। इस भाग में 40 वैकल्पिक प्रश्न होंगे और इन्हें हल करने के लिए 15 मिनट का समय होगा। हर सही जवाब के लिए 3 अंक दिए जाएंगे। हर गलत जवाब के लिए 1 अंक काटा जाएगा। यह टेस्ट हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में दिया जा सकता है। इस टेस्ट में किसी भी एजुकेशन बोर्ड में पढऩे वाले बच्चे भाग ले सकते हैं.   

नो प्रॉब्लम, आई नेक्स्ट ऑफिस आइए

स्कूलों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की भी व्यवस्था है। अगर किसी बच्चे को स्कूल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवाने में प्रॉब्लम आ रही है तो वो आई नेक्स्ट के ऑफिस में आकर डायरेक्ट रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। उनके लिए प्रेमालोक मिशन स्कूल के कंकड़बाग ब्रांच में अलग से टेस्ट की व्यवस्था की जाएगी।

5 फरवरी को होगा टेस्ट

यह टेस्ट 7 स्टेट के 32 शहरों के 600 स्कूलों में 5 फरवरी को एक साथ कराया जाएगा। वैसे तो आजकल इस तरह के टेस्ट की फीस कॅरियर काउंसलर्स और कंसल्टेंट्स 2000 से 4000 रुपए तक लेते हैं, लेकिन, इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में पार्टिसिपेट करने का खर्च मात्र 100 रुपए आएगा। इस टेस्ट में नॉलेज पार्टनर के तौर पर बंंसल क्लासेज प्रा। लि। और टेक्नोलॉजी पार्टनर के तौर पर आई बॉल जैसी प्रतिष्ठित कंपनियां जुड़ी हैं।

ऐसे कर सकते हैं पार्टिसिपेट

* इस टेस्ट में किसी भी बोर्ड के साइंस स्ट्रीम के बच्चे भाग ले सकते हैं।

* इस टेस्ट में स्कूल के जरिए ही बच्चे पार्टिसिपेट कर सकते हैं।

* क्लास 6 से 12 तक के बच्चे पार्टिसिपेट कर सकते हैं।

* ये टेस्ट हिंदी और इंग्लिश, दो लैंग्वेज में दिया जा सकता है।