-डीएम ने सिविल प्रशासन को दी सेना भर्ती की जिम्मेदारी

-आने-जाने से लेकर खाने व पीने के पीने तक रहेगा प्रबंध

FATEHPUR: सेना भर्ती 2015 में प्रतिभाग करने वाले किसी भी युवा को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए प्रशासन ने कमर कस ली। 31 जुलाई तक सभी तैयारियां पूरी करने को डीएम पुष्पा सिंह ने बुधवार को अफसरों को जिम्मेदारी बाट दी। डीएम ने साफ कहा कि युवाओं के भविष्य से जुड़ी इस भर्ती प्रक्रिया में किसी भी अफसर की ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी। जिसको जो जिम्मेदारी दी गयी है, उसे समयबद्ध तरीके से पूरी करनी होगी। उन्होंने भर्ती में आने वाले युवाओं के खाने से लेकर पीने के पानी तक का प्रबंध करने की रणनीति बनाकर इसकी जिम्मेदारी अफसरों को सौंप दी।

सबकी अलग-अलग जिम्मेदारी

डीएम की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट के गांधी सभागार में एक बैठक हुई। जिसमें भर्ती से संबंधित जिम्मेदारी अफसरों को बाटी गई। एडीएम आलोक कुमार जहां भर्ती व्यवस्था पर पैनी नजर रखेंगे। वहीं एसडीएम विवेक श्रीवास्तव व सीओ सिटी के जिम्मे शांति व्यवस्था की जिम्मेदारी होगी। नगर पालिका की अधिशाषी अभियंता भर्ती स्थल में साफ सफाई के साथ अस्थाई शौचालय बनवाएंगी। जबकि उन्हें ही पालिका के टैंकरों से पीने के पानी का प्रबंध करने की जिम्मेदारी भी दी गयी है। डीएम ने भर्ती स्थल पर ही गैर जनपद से आने वाले युवाओं के लिए उनके जनपद तक के लिए बस सेवा व जिले की खागा और ¨बदकी तहसील के युवाओं के लिए बस सुविधा मुहैय्या कराने की जिम्मेदारी एआरएम रोडवेज को सौंपी।

31 जुलाई तक पूरी करनी हैं तैयारियां

भर्ती को सफल बनाने के लिए जरुरी है कि युवाओं की भीड़ को बैरीके¨टग के जरिए रोका जाए। इसकी जिम्मेदारी उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता को दी है। साथ ही स्टेशन अधीक्षक को यह निर्देश है कि वह स्टेशन पर जीआरपी व आरपीएफ पुलिस के साथ अलर्ट रहें। जो ट्रेन जिस प्लेटफार्म पर आती है उसे बदलने के लिए एकाएक एनांउस न किया जाए। जिला विद्यालय निरीक्षक को भर्ती में आने वाले युवाओं के शैक्षिक कागजात चेक करने की जिम्मेदारी दी गयी है। बैठक में डीएम ने सभी अफसरों से 31 जुलाई तक सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए है।

दलालों पर रहेगी पुलिस की नजर

प्रशासन ने बैठक कर यह तय किया है कि भर्ती के दौरान दलालों को सक्रिय होने नहीं दिया जाएगा। पुलिस इसके लिए सुरागरसी करेगी। होटल, स्टेशन, बस स्टाप और भर्ती स्थल के आसपास ऐसे संदिग्धों पर नजर रखी जाएगी, जो पैसा लेकर भर्ती कराने का ठेका लेते हैं। ऐसे लोगों को तत्काल पकड़ा जाएगा। उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। यदि किसी भी आम शहरी को इस तरह के काम में लिप्त कोई भी व्यक्ति नजर आता है तो वह इसकी सूचना चुपचाप प्रशासन को दे सकता है।

खाने के दाम देखेगी डीएसओ टीम

अक्सर देखा जाता है कि जहां कोई भर्ती या मेला होता है तो वहां फुटपाथों पर छोटी-छोटी खान-पान की दुकाने खुल जाती हैं। फिर इन दुकानों में सामग्री का मनमाना रेट लगाकर युवाओं को लूटा जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। भर्ती स्थल के आसपास दुकानों का सघन निरीक्षण खाद्य सुरक्षा अधिकारी व डीएसओ करेंगे। यहां देखा जाएगा कि खाना गुणवत्तापूर्ण बनाया जा रहा है या नहीं। दुकानों में लगाए गए रेट बाजार भाव से ज्यादा तो नहीं है। अगर कोई दुकानदार ऐसा करता हुआ पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्यवाही भी होगी।

पूरे टाइम रहेगी चिकित्सा टीम

भर्ती स्थल पर स्वास्थ्य विभाग का एक शिविर भी लगाया जाएगा। इसकी देखरेख सीएमओ विनय पांडेय करेंगे। भर्ती में आने वाले किसी भी युवा को चोट लग जाए या फिर वह अचानक बीमार पड़ जाए तो उसे सीधे इस शिविर में लाकर उपचार दिया जाएगा। इसके लिए दो डॉक्टरों की टीम दवा व जरूरी चिकित्सा सामग्री के साथ शिविर में मौजूद रहेगी।