-लोगों ने खुद बंद कर ली अपनी-अपनी दुकानें

-प्राइवेट स्कूलों ने भी किया बंद को समर्थन

-बाइक सवार बंद समर्थकों ने की हत्यारों को अरेस्ट करने की मांग

-कार्रवाई नहीं होने पर दी नेशनल हाईवे जाम करने की चेतावनी

JAMSHEDPUR : घाटशिला के दहीगोड़ा निवासी अविनाश गुप्ता की मौत की गुत्थी एक सप्ताह बाद भी पुलिस के लिए अनसुलझी पहेली है। इधर, मृतक के फैमिली मेंबर्स के साथ ही घाटशिला के लोगों के सब्र का बांध भी पुलिस की कार्यशैली से टूटने लगा है। पुलिसिया कार्यशैली व आरोपियों की अरेस्टिंग नहीं होने के विरोध में मंगलवार को स्थानीय लोगों ने घाटशिला बंद कराया। वे लोग आरोपियों की अरेस्टिंग की मांग कर रहे थे।

बंद थीं दुकानें

मंगलवार को घाटशिला बंद सफल रहा। क्षेत्र के दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद रखीं। कई दुकानदारों ने सुबह में अपनी दुकानें खोलीं, लेकिन थोड़ी ही देर बाद दुकानें बंद कर लीं। सभी लोगों खुद ही अपने प्रतिष्ठान बंद कर बंद का समर्थन किया। घाटशिला बंद के दौरान स्कूल और दूसरे शिक्षण संस्थान भी बंद रहे।

निकला बाइक जुलूस

इस दौरान अमित राय, रविराज दुबे, रहमत अली के नेतृत्व में मोटरसाइकिल जुलूस भी निकाला गया। जुलूस में शामिल बाइक सवार एरिया में घूम-घूम कर लोगों से दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रखने की रिक्वेस्ट की। इस दौरान बंद समर्थक अविनाश गुप्ता के हत्यारों की अरेस्टिंग की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि अगर इसके बावजूद पुलिस हत्यारों को अरेस्ट नहीं करती है या उन्हें बचाने का प्रयास करती है तो उग्र आंदोलन करने के साथ-साथ एनएच जाम भी किया जाएगा।

पुलिस पर लगाया आरोप

इधर, अविनाश गुप्ता के छोटे भाई राहुल गुप्ता ने बताया कि पुलिस हत्यारों को बचाने का प्रयास कर रही है। यही कारण है कि नेम्ड एफआईआर करने के बावजूद पुलिस ने उन्हें अरेस्ट नहीं किया है। उसने कहा कि किसी गरीब के घर अगर किसी की बॉडी मिली होती, तो पुलिस घर वालों को अरेस्ट करने में तनिक भी देर नहीं करती, लेकिन इस मामले में खुलेआम ऐसा किया जा रहा है। उसने सवाल किया कि अगर पुलिस हत्यारों से मिली नहीं होती तो क्या अब तक उन्हें खुला छोड़ा जाता।

पास्ट हिस्ट्री

ख्0 अगस्त की रात धालभूमगढ़ के बिजनेसमैन ओमप्रकाश चावला के घर चालवा निवास के सेकेंड फ्लोर पर घाटशिला के युवक अविनाश गुप्ता की झुलसी बॉडी मिली थी। अविनाश का एक पैर पूरी तरह अलग था। उसके चेहरे पर चोट के निशान थे। इस मामले में ओमप्रकाश चावला और उसकी बेटी ऊर्जा चावला के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया गया है।