- खबरों में छाए रहने के हुनर खूब जानते हैं गिरिराज सिंह

-उनके बयान से लालू के माई समीकरण को मिल रही ताकत

PATNA: बीजेपी के बयान बहादुर नेता गिरिराज सिंह अपने ही बयान में फंस चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जो लोग नरेन्द्र मोदी का विरोध करते हैं, वे पाकिस्तानपरस्त हैं। उनके इस बयान से बड़ा बवाल मचा हुआ है। बीेजेपी ने तो पल्ला झाड़ ही लिया, जिसका फायदा लालू प्रसाद के एमवाई समीकरण को भी होता दिखने लगा है। बयान की गंभीरता का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि चुनाव आयोग को भी गिरिराज के चुनाव प्रचार पर रोक लगानी पड़ी। हालांकि गिरिराज सिंह ने ये कहकर कई बातों की ओर इशारा किया है कि- मैं कोई आजम खान नहीं हूं, जो चुनाव आयोग के आदेश का पालन नहीं करूंगा।

बयान पर गिरिराज को अफसोस नहीं

पटना और गोड्डा में दिए गए अपने भड़काऊ बयान को लेकर झारखंड और बिहार में गिरिराज ंिसंह पर अलग-अलग प्राथमिकियां दर्ज हुई हैं। झारखंड सरकार ने उनकी गिरफ्तारी की कोशिशें भी शुरू कर दी है। इधर, इस बात को लेकर राजनीति गर्म रही कि गिरिराज ंिसंह सरेंडर करेंगे।

बयान को भुनाने की कोशिश!

गिरिराज सिंह राजनीति के कच्चे खिलाड़ी नहीं हैं। वे खूब जानते हैं कि उनके किस बयान का क्या असर हो सकता है। खुद को खबरों की दुनिया में बनाए रखने के सारे हुनर हैं गिरिराज सिंह में। चर्चा है कि अपने सरेंडर या गिरफ्तारी को भी वे भुनाने की जुगत में लगे हैं। सूत्रों की मानें, तो भीड़ जुटाने में लग गए हैं गिरिराज सिंह, ताकि शक्ति प्रदर्शन भी हो जाए और खबरिया चैनलों पर वे फिर दो- तीन दिनों तक छाए रह सकें।

अपने बयान पर अड़े हुए हैं गिरिराज

ये अपने आप में अजीब बात है कि गिरिराज ंिसंह को अपने बयान पर अफसोस नहीं है, बल्कि वे तो ये कह रहे हैं कि उनके बयान को समग्रता में नहीं लिया गया। अपने बचाव में बयान की समग्रता वे कोर्ट में किस तरह से रखेंगे, ये देखना भी कम दिलचस्प नहीं होगा।