RANCHI: 3 दिसंबर को कस्तूरबा गांधी रेसिडेंशियल स्कूल में 12वीं की छात्रा बबली की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत मामले में बुधवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों महिला-पुरुषों ने कांके थाना पहुंचकर घेराव कर दिया। जयपुर मुखिया सुनिता कच्छप, पंसस फूलकुमारी देवी, महानगर कांग्रेस अल्पसंख्यक कमिटी अध्यक्ष अख्तर अली, सदर आजाद हुसैन के नेतृत्व में गुस्साए लोगों ने सुबह 10 बजे से 12.15 बजे तक थाने को घेरे रखा। मामले में पुलिस द्वारा दोषियों पर कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। मुख्यालय डीएसपी अमित कच्छप, ट्रेनी डीएसपी यशोधरा, इंस्पेक्टर राजीव रंजन ने बड़ी मुश्किल से लोगों का शांत कराया।

तीन दिन बाद भी कार्रवाई नहीं

गुस्साए लोगों ने कहा कि जिस दिन छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। उसी दिन परिजनों ने थाने में स्कूल के वार्डेन, टीचर व गार्ड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। वहीं स्कूल प्रबंधन ने भी मृतका के कपड़ों व सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ की है। कमरे का दरवाजा भी प्रशासन और परिजनों के पहुंचने से पहले ही टूट चुका था। इसलिए सबसे पहले आरोपीयों की गिरफ्तारी हो और पुलिस निष्पक्ष जांच करे। क्योंकि हत्या कर आत्महत्या का रूप दिया गया है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

पुलिस पदाधिकारियों ने कहा कि मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। साथ ही पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर रही है। वार्ता में मुखिया सुनिता कच्छप, पंसस फूलकुमारी देवी, अख्तर हुसैन, महानगर कांग्रेस अल्पसंख्यक कमिटी अध्यक्ष अख्तर अली, सदर आजाद हुसैन, हकीम अन्सारी, अईनुल अन्सारी, तबरेज आलम, बबलू सहित सैकड़ों महिला-पुरुष शामिल थे।