BAREILLY: कुर्माचल नगर में एक चौंकाने वाली वारदात हुई है, जो सीधे पेरेंट्स से जुड़ी हुई है। यहां 8वीं क्लास की छात्रा ने ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलकर आत्मदाह कर लिया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसके पास एक मोबाइल पड़ा था, जिसमें म्यूजिक चल रहा था। पुलिस की पड़ताल में आया कि छात्रा एक स्पेलिंग लर्निग गेम खेलती थी और गेम में कोई स्टेज पार न कर पाने से हताश होकर उसने जानलेवा कदम उठाया है। हालांकि परिजन इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। इस मामले में साइकोलॉजिस्ट का मानना है कि हो सकता है कि गेम खेलने के दौरान हताश होने के चलते छात्रा ने ऐसा कदम उठाया हो। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।


घर में था सिर्फ छाेटा भाई

रवि कुमार, एयरफोर्स में सार्जेट हैं। उनकी पत्‌नी सिटी डिवाइन स्कूल में टीचर हैं। उनके दो बच्चे 15 वर्षीय पीहू और 8 वर्षीय धु्रव हैं। पीहू, सैंट फ्रॉसिंस स्कूल में 8वीं क्लास में पढ़ती थी। थर्सडे को रवि और पत्‌नी डयूटी पर गए हुए थे। घर में सिर्फ पीहू और धु्रव मौजूद थे। अचानक ऊपर के कमरे से धुआं निकला तो धु्रव ने पड़ोसी की एक आंटी को बताया। महिला ने अंदर जाकर देखा और यूपी 100 को सूचना दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पीहू अंदर जली पड़ी थी। उसके बाद एंबुलेंस भी बुलाई गई। परिजन पीहू को एंबुलेंस के जरिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लेकर निकले लेकिन बाद में मिलिट्री हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टर्स ने पीहू को मृत घोषित कर दिया।

 

म्यूजिक चल रहा था मोबाइल में

कुर्माचल नगर में वारदात की सूचना यूपी 100 को आकाशीय बिजली गिरने की दी गई थी। जब यूपी 100 की पीआरवी पहुंची तो पुलिस ने देखा कि एक बच्ची पूरी तरह से जल चुकी है। उसके पास में ही एक मोबाइल पड़ा हुआ है। मोबाइल में म्यूजिक चल रहा है और उसका फ्लैश ऑन था, जिसकी वजह से उसमें कुछ नजर नहीं आया कि म्यूजिक किस चीज का बज रहा था। कमरे में रखा गद्दा भी एक तरफ से जल रहा था। पास में एक कुर्सी पर एक डिब्बा रखा हुआ था, जिससे केरोसिन जैसी महक आ रही थी। इससे आशंका है कि छात्रा ने केरोसिन उड़ेल कर सुसाइड किया होगा। एक कुर्सी पर गणेश भगवान की मूर्ति भी रखी थी।

 

मुझसे टीवी देखने के लिए कहा था

पुलिस ने घर में मौजूद छोटे भाई धु्रव से पूछा तो उसने बताया कि वह बॉल खेल रहा था। दीदी ने उससे कहा था कि वह टीवी देख ले। उसके बाद दीदी ऊपर चलीं गई। जब पुलिस ने आसपास के लोगों और परिजनों से पूछताछ की तो पता चला कि वह स्पेलिंग बी नाम का एक इंग्लिश स्पेलिंग लर्निग गेम खेलती थी। वह गेम में स्टेज पास न करने पर एक बार कहा था कि उसका मन कर रहा है कि वह किताबें जला दे। इसी से आशंका है कि उसने गेम में फेल होने के चलते ऐसा कदम उठाया होगा।

 

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

जैसे ही पीहू के परिजनों को बेटी के जलने की सूचना मिली तो वह तुरंत रोते हुए घर पहुंचे, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। उन्हें फिर भी लगा कि शायद हॉस्पिटल ले जाने से उनकी बेटी की जान बच जाए तो वह तुरंत ही उसे एंबुलेंस से लेकर हॉस्पिटल पहुंचे लेकिन काफी देर हो चुकी थी। इस वारदात के बाद से आसपास के परिजन भी सकते में आ गए हैं। क्योंकि कई पेरेंट्स के बच्चे लर्निग गेम खेलते हैं। अब उन्हें अपने बच्चों का भी डर सताने लगा है।

 

गेम्स बन रहे हैं जानलेवा

पेरेंट्स बच्चों को स्मार्टफोन आसानी से दे देते हैं। बच्चे अपनी मर्जी से मोबाइल गेम भी डाउनलोड कर लेते हैं। कुछ बच्चे जानलेवा गेम खेलते हैं तो कुछ लर्निग गेम, लेकिन सभी गेम में कोई न कोई स्टेज होती है। स्टेज पास न होने के चलते बच्चे आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। कुछ महीनों पहले ब्लू व्हेल गेम की वजह से भी बच्चों ने जान देना शुरू कर दिया था। जिसके बाद गेम पर ही रोक लगा दी गई थी। अब लर्निग गेम खेलते-खेलते सुसाइड से एक बार फिर से चिंता का सबब बन गया है।


इनफीरियॉरिटी कांप्लेक्स की वजह से सुसाइड

साइकोलॉजिस्ट सुविधा शर्मा का कहना है कि बच्चे गेम खेलने के आदी होते हैं। लर्निग गेम भी इसका हिस्सा होते हैं। सभी गेम में स्टेज होती है लेकिन बच्चे स्टेज पास न कर पाने पर झल्ला जाते हैं। उनमें इनफीरियॉरिटी कॉम्प्लेक्स हो जाता है। उन्हें लगता है कि अब उनके जीवन में कुछ नहीं बचा है। उनका मेंटल सेटअप बदल जाता है। वह बाहरी दुनिया से दूर हो जाते हैं। उनमें निगेटिव या फिर एग्रेसिव थॉट आने लगते हैं और जिसकी वजह से जानलेवा कदम उठा लेते हैं।

 

छात्रा ने आग लगाकर जान दी है। बताया जा रहा है कि वह कोई स्पेल बी नाम का गेम खेलती थी। सुसाइड की वजह का पता लगाया जा रहा है।

नीति द्विवेदी, सीओ थर्ड

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