आईआईटी में लड़कियों की सिक्योरिटी पर उठा सवाल

- पीएचडी कर रही स्टूडेंट को सिक्योरिटी आफिसर ने दी धमकी, हॉस्टल से लेकर बाहर तक कर रहा तंग

- इंस्टीच्यूट के मेन गेट पर आटो में रोककर स्टूडेंटस से किया मिसबिहेब, परेशान ग‌र्ल्स ने डायरेक्टर को लिखा लेटर

- कई बार इंस्टीच्यूट में कंप्लेन के बाद मामला पहुंचा पुलिस के पास, रात में हॉस्टल के फ्लैट भी चला आता है कैसे?

PATNA : राजधानी के सबसे बड़े इंस्टीच्यूट आईआईटी पटना में पढ़ने वाली लड़कियां इन दिनों खौफ के साये में जी रही है। अबतक वे आईआईटी कैम्पस में ही परेशान हो रही थी लेकिन अब बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। इसका खुलासा संस्थान के रजिस्ट्रार द्वारा पुलिस को दिये उस कंपलेन लेटर से हुआ है जिसमें उन्होंने अपने ही इंस्टीच्यूट के सिक्योरिटी आफिसर अजय शंकर पर एफआईआर कर कार्रवाई करने को लिखा है। पाटलिपुत्रा थाना से लेकर शहर के सिटी एसपी और सीनियर एसपी पटना को भी इसकी कॉपी भेजी गई है।

काफी दिनों से कर रहा मिसबिहेब

अजय शंकर नाम का यह सिक्योरिटी आफिसर संस्थान से पीएचडी कर रही एक स्टूडेंट के साथ काफी दिनों से मिसबिहेब ही नहीं कर रहा है बल्कि 24 मार्च को तो उसने हद कर दी। जब वह लड़की संस्थान के ही तीन दोस्तों के साथ बाहर जा रही थी तभी मेन गेट पर उस सिक्योरिटी आफिसर ने उसके ऑटो में घुसकर उन लोगों को धमकी दी। भयभीत सभी स्टूडेंटस ने आखिरकार डायरेक्टर आईआईटी पटना को कंप्लेन किया।

खुलेआम दे रहा धमकी

कंप्लेन में स्टूडेंट ने बताया है कि सिक्योरिटी आफिसर ने पहले उसे पीछे से आवाज दी, लेकिन जब वे इसे इग्नोर कर गई तो सिक्योरिटी आफिसर ऑटो में जबरजस्ती घुसा और धमकाने लगा। ऐसे सिचुएशन में वे लोग नहीं गये और ऑटो से उतर गये। बावजूद इसके वह खुलेआम धमकी देता रहा- ''' Warning abhi v hai, tum log sudhar jao, otherwise all will suffer '' इसके बाद से तो सभी असुरक्षित और भयभीत महसूस कर रहे हैं। यह भी बताया गया कि सिक्योरिटी आफिसर लगतार स्टूडेंट का पीछा करता है हॉस्टल में भी और देर रात चला आता है। जब छात्रों ने डायरेक्टर से सिक्योरिटी को लेकर सवाल खड़ा किया, इसके बाद ही रजिस्ट्रार सुभाष पाण्डेय ने पाटलिपुत्रा थाने में अजय शंकर के खिलाफ कंप्लेन भेजी है। उन्होंने पुलिस को भेजी कंप्लेन में माना है कि वह कई बार स्टूडेंट के साथ इंस्टीच्यूट और हॉस्टल कैम्पस में मिसबिहेब किया है जिसकी रिपोर्ट लड़की ने कई बार की है। यह भी बताया गया है कि इंस्टीच्यूट उसके खिलाफ सीसीएस रूल के तहत एक्शन ले रहा है। दूसरी ओर पाटलिपुत्रा थाने में एफआईआर दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है। वहीं सिक्योरिटी आफिसर फिलहाल मेडिकल लीव पर है। इस संबंध में उसने अपनी रिपोर्ट इंस्टीच्यूट को भेजी है।

क्म् मार्च को रजिस्ट्रार से की कंप्लेन

मैथेमेटिक्स डिपार्टमेंट की स्टूडेंट ने पहले भी रजिस्ट्रार को लिखकर उसकी शिकायत की है। क्क् मार्च को उसकी तबीयत खराब थी तब भी वह क्ख् मार्च को सुबह ब्.फ्0 बजे मिलने आया था। क्भ्-ख्0 मिनट के बाद वह गया। फिर वह कुछ घंटे बाद क्0.फ्0 बजे दुबारा आया। यही नहीं उसी रात वह फिर 9 बजे हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर पर आया और उसके हेल्थ के बारे में पूछने लगा। इस दौरान उसने साथ में एक प्रोजेक्ट पर काम करने की बात भी रखी जिसे लड़की ने रिजेक्ट कर दिया। इसके बाद भी वह नहीं माना और क्फ् मार्च को एकदम सुबह फिर आया। गार्ड के साथ वह उसके फ्लैट पर भी आया और उसे अपने केबिन में मिलने को बोला। उसी दिन मिलने के लिए उसने गार्ड से भी मैसेज भिजवाया। जब स्टूडेंट कॉलेज गई तो उसके पास गई। अजय शंकर ने उससे पूरी जानकारी ली और उसे बिहटा कैम्पस जाने को कहा, लेकिन स्टूडेंट ने इंकार कर दिया। वह बार बार फोर्स करता रहा। मैसेज और फोन कर दबाव बनाता रहा। यह सारी बातें लड़की ने रजिस्ट्रार को लिखकर क्म् मार्च को दिया था। यहां तक कि लड़की ने यह भी सवाल उठाया था कि जब लड़कियों के हॉस्टल में उनके फादर को भी घुसने नहीं दिया जाता है तो यह सिक्योरिटी आफिसर कैसे घुस सकता है?

असिस्टेंट रजिस्ट्रार के घर में घुसकर दी धमकी

अजय शंकर के खिलाफ संजय कुमार, असिस्टेंट रजिस्ट्रार (एडमिन) ने भी इससे पहले रजिस्ट्रार को लिखित शिकायत दर्ज की थी। इसमें संजय कुमार ने लिखा है कि अजय शंकर एएसओ, उनके घर फ्0क् मां जिया सरिता निवास, महेश नगर में क्फ् मार्च को क्0.क्भ् बजे सुबह गया था। उस वक्त संजय आईआईटी आफिस में थे। उनकी पत्नी को धमकी दी। उसक समय घर में उनकी बेटी और पत्नी ही थी। धमकी के बाद से फैमिली डरी हुई है। संजय ने इंस्टीच्यूट को बताया कि इसके बाद सभी शाक्ड हैं और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

रिसर्च कर रही लड़की ने सिक्योरिटी आफिसर पर उसे परेशान करने का आरोप लगाते हुए इंस्टीच्यूट को जानकारी दी थी। इसके बाद इस मामले में पाटलिपुत्रा थाना में एफआईआर दर्ज की गई है, कार्रवाई होगी।

- ममता कल्याणी, डीएसपी लॉ एण्ड आर्डर