- साहू रामस्वरूप ग‌र्ल्स पीजी कॉलेज में ऑर्गनाइज की गई क्वालीफाइंग स्पीच

- समस्याओं को उठाने में पीछे हटती दिखीं कैंडीडेट्स

BAREILLY: साहू रामस्वरूप ग‌र्ल्स पीजी कॉलेज के स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन के लिए सभी कैंडीडेट्स ने अपने समर्थन में स्टूडेंट्स के सामने ललकार तो भरी, लेकिन संकोची मन से। सैटरडे को कॉलेज के सभागार में ऑर्गनाइज क्वालीफाइंग स्पीच में कैंडीडेट्स ने स्टूडेंट्स से अपने समर्थन में वोट डालने की अपील की। किसी ने पीने की पानी की समस्या को उठाया तो किसी ने फोन अलाउ करने और कैंटीन में रीजनेबल रेट पर सामान की बिक्री के मुद्दे को सामने रखा। मंच पर कोई भी कैंडीडेट अपनी बात रखने में कंफर्टेबल महसूस नहीं कर रही थी। ऐसा लगा कि जैसे उन्हें समस्याओं को उठाने के लिए मना किया गया हो। यही वजह है कि हर कैंडीडेट यह बात कहने में नहीं चूकी कि हमारे कॉलेज में किसी भी प्रकार की प्रॉब्लम नहीं है।

मिनटों में खत्म हो गई क्वालीफाइंग स्पीच

मैदान में 8 कैंडीडेट्स हैं.लेकिन कोई भी कैंडीडेट खुल कर अपनी बात रख नहीं पाई। जब कोई स्टूडेंट किसी प्रॉब्लम को उठाता तो पीछे से टीचर्स भी टोकना शुरू कर देतीं। ऐसा लग रहा था कि क्वालीफाइंग स्पीच पहले से ही प्रायोजित थी। महज आधे घंटे में पूरा प्रोग्राम खत्म हो गया।

कॉलेज ने भी दी अपनी सफाई

कुछ एक-दो कैंडीडेट्स ने प्रॉब्लम्स को उठाया तो बाद में कॉलेज भी अपनी सफाई पर उतर आया। कॉलेज ने प्रॉब्लम्स को सिरे से नकार दिया। एक कैंडीडेट ने कैंटीन में महंगे सामान की बिक्री का मुद्दा उठाया तो कॉलेज को कैंटीन संचालक के प्रॉफिट की चिंता सताने लगी।

कॉलेज के ऊपर वाले फ्लोर में पीने की पानी की व्यवस्था नहीं है। स्टूडेंट्स को बार-बार नीचे आना पड़ता है। वहीं कैंटीन में काफी महंगे दरों पर सामान की बिक्री की जाती है। अधिकांश स्टूडेंट्स स्नैक्स के लिए कैंपस से बाहर जाती हैं।

- कविता यादव, कैंडीडेट, प्रेसीडेंट

कॉलेज में मोबाइल अलाउ नहीं है, जिससे फोन करने के लिए स्टूडेंट्स को बाहर जाना पड़ता है। स्टाफ रूम में स्टूडेंट्स के लिए फोन की अलग से व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि इमरजेंसी के समय वे फोन कर सकें।

- पूनम सागर, कैंडीडेट, प्रेसीडेंट

हमारे कॉलेज में कोई प्रॉब्लम नहीं है। कॉलेज में सभी सुविधाएं हैं। किसी को भी कोई प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए। यदि किसी स्टूडेंट को कोई प्रॉब्लम होती भी है तो मैं उनकी हर सक्षम सहायता करूंगी।

- कंचन, कैंडीडेट, प्रेसीडेंट

कैंटीन की समस्या ज्यादा है। स्टूडेंट्स काफी टाइम कैंपस में गुजारती हैं। ऐसे में स्नैक्स व खाने-पीने के लिए वे कैंटीन पर ही निर्भर हैं। लेकिन यहां पर कैंटीन में महंगा सामान बिकता है। स्टूडेंट्स के लिए रेट कम होने चाहिए।

- ज्योति, कैंडीडेट, वाइस प्रेसीडेंट

हमारे कॉलेज की रेपूटेशन काफी अच्छी है। सारी सुविधाएं हैं यहां पर। यदि किसी स्टूडेंट को कोई प्रॉब्लम फेस होगी तो मैं उसके लिए कॉलेज के स्टाफ से बात करूंगी।

- कनिका, कैंडीडेट, वाइस प्रेसीडेंट

लड़कियों की सिक्योरिटी खुद के हाथ में है। वे अपना सेल्फ डिफेंस खुद कर सकती हैं। लेकिन इसके लिए कॉलेज कैंपस में वर्ष भर स्टूडेंट्स को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाए जाने चाहिए।

- अनामिका मिश्रा, कैंडीडेट, जनरल सेक्रेट्री

कैंपस में फोन को अलाउ करना चाहिए। कई बार इमरजेंसी होती है जब परिवारीजनों को फोन करना पड़ता है। ऐसे में फोन करने के लिए बाहर जाना पड़ता है। कैंटीन में रेट रिजनेबल होने चाहिए।

- पारूल वर्मा, कैंडीडेट, जनरल सेक्रेट्री

मैं स्टूडेंट्स की हर प्रॉब्लम के लिए हमेशा तत्पर रहूंगी। यदि किसी को भी कोई परेशानी होगी वह सीधे मुझसे कॉन्टेक्ट कर सकती है। मैं उसकी समस्या कॉलेज स्टाफ तक पहुंचाउंगी।

- उपासना, कैंडीडेट, पुस्तकालय मंत्री