- फीस भरने के लिए कैश काउंटर पर लंबी लाइनें

- एलयू प्रशासन ने नहीं किए थे कोई बेहतर इंतजाम

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में सोमवार को परीक्षा, सेमेस्टर सहित कई मदों में फीस जमा करने के लिए छात्र-छात्राओं की भारी भीड़ कैम्पस में उमड़ी। इस दौरान चंद्रशेखर आजाद मैदान के सामने स्थित कैशियर कार्यालय पर लंबी लाइनें देखने को मिली। कड़ी धूप में लाइन में लगी कई छात्राएं बेहोश हो गई जिन्हें उपचार उपलब्ध कराने की व्यवस्था प्रॉक्टर की ओर से आनन-फानन में की गई। बताते चलें कि एलयू प्रशासन की ओर से कई मदों में फीस जमा करने की लास्ट डेट छह मई खी गई है। इसके चलते सोमवार को कैशियर कार्यालय के बाहर सुबह दस बजे से ही भीड़ जुटनी शुरू हो गई। दोपहर होते-होते हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं फीस जमा करने के लिए लंबी कतारों में लग चुके थे। हालांकि कैशियर कार्यालय में मौजूदा समय में छह काउंटर हैं, लेकिन छात्रों की भीड़ के आगे यह नाकाफी साबित हुए। उसपर भी कड़ी धूप में कोई साया न होने के चलते कई छात्राएं बेहोश हो गई। मौके पर प्रॉक्टर कार्यालय की ओर से किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए गार्डो की तैनाती की गई थी। इसके बावजूद लंच के नाम पर कई काउंटर एक घंटे तक बंद रहे जिस दौरान छात्रों ने जमकर शोर मचाया। कर्मचारियों ने बैक डोर को बंद कर रखा था लेकिन कई छात्रों ने आरोप लगाया कि कर्मचारी अपने मिलने वालों का काम बैक डोर से लगातार करते रहे।

और बेहतर होंगे इंतजाम

प्रॉक्टर प्रो। निशी पांडेय ने छात्राओं के बेहोश होने और कैशियर कार्यालय पर मूलभूत सुविधाओं के न होने को काफी गंभीरता से लिया। उन्होंने मौके पर मौजूद मातहतों को आदेश दिया कि वह परीक्षा विभाग और वित्त अधिकारी को मूलभूत सुविधाओं को जुटाने के लिए सूचित करें। उन्होंने कहा कि इस बारे में परीक्षा नियंत्रक व वित्त अधिकारी को सूचित कर उनसे कैशियर कार्यालय पर शामियाना लगवाने, पीने के पानी की व्यवस्था करने और अतिरिक्त काउंटरों का संचालन करने के बारे में कहा जाएगा। लाइन में लगी छात्राओं का कहना था कि इस प्रकार की फीस के लिए अगर एलयू प्रशासन बैंक अथवा किसी निजी एजेंसी से टाइअप कर ले तो हमें इस तरह धूप में लाइन न लगानी पड़े।