-टीवी सीरियल अग्निफेरा की टीम दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ऑफिस पहुंची

-एक्टर अंकित गेरा, युक्ति कपूर और सिमरन कौर ने सीरियल की बदलती दुनिया से कराया रूबरू

KANPUR: दिल्ली, मुंबई की तरह अब छोटे शहरों में भी लड़कियों को ज्यादा मजबूती मिल रही है। इस वजह से हर रोज कई नई-नई कहानियां भी सामने आती हैं। यही वजह है कि सीरियल्स की स्टोरी अब छोटे शहरों से जुड़ी होती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ऑफिस पहुंचे एंड टीवी के सीरियल अग्निफेरा के कलाकारों ने टीवी सीरियल्स की बदलती दुनिया के बारे में खुल कर बताया। पेश है अंकित गेरा, सिमरन कौर और युक्ति कपूर से बातचीत के कुछ अंश।

- अंकित अग्निफेरा में आप अनुराग का रोल प्ले कर रहे हैं जिससे शादी करने को कानून और क्राइम से जुड़ी दो लड़कियां बेकरार हैं। इसे ऑन कैमरा और ऑफ कैमरा कैसे मैनेज करते हैं?

अंकित- ऑन कैमरा अनुराग के लिए दो लड़कियों को मैनेज करना मुश्किल हो सकता है लेकिन अंकित के लिए यह इतना मुश्किल नहीं है। अनुराग का हाल खराब हो रखा है। लेकिन इसकी शूटिंग के दौरान हम तीनों में गहरी दोस्ती हो गई है।

- अग्निफेरा की गुंडी का रोल कितना चैलेंजिंग है और इसका आपकी पर्सेनेलिटी पर क्या प्रभाव पड़ा है?

सिमरन कौर- मेरे कैरेक्टर का नाम रागिनी है जोकि एक दबंग की बेटी है और जिसे बंदूकें पसंद हैं। यह बेहद स्ट्रॉन्ग कैरेक्टर है जिसके लिए मैंने काफी मेहनत की है। लेकिन साथ ही रागिनी अंदर से बेहद कोमल और सॉफ्ट हार्टेड है। जब आप लगातार कोई कैरेक्टर प्ले करते हो तो उसका रीयल लाइफ में थोड़ा बहुत असर तो पड़ता ही है।

- युक्ति यह आपका पहला टीवी सीरियल है। इससे पहले आप एक कार्टून सीरिज में वाइस ओवर करती थीं। यह कितना अलग एक्सपीरियंस है?

युक्ति कपूर - इससे पहले मेरी आवाज टीवी पर आती थी लेकिन अब मैं खुद टीवी पर हूं। मेरे लिए यह बेहद अलग एक्सपीरिएंस है। सीरियल की स्टोरी के हिसाब से मैं एक लॉयर की बेटी हूं जो खुद भी वकील है। और अनुराग को प्यार करती है। लेकिन रागिनी जो एक गुंडी टाइप की लड़की का रोल कर रही है, वह भी अनुराग को प्यार करती है। ऐसे में दोनों ऑन कैमरा दुश्मन ही हैं।

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- आजकल ज्यादातर सीरियल्स की स्टोरी छोटे शहरों से जुड़ी होती है इसकी क्या वजह है?

अंकित- दरअसल छोटे शहरों में कई नई तरह की कहानियां आती हैं। खास तौर पर यूपी और बिहार के छोटे शहरों में कई नई और अनोखी कहानियां है जिन्हें लोग देखना और जानना चाहते हैं। इससे आम पब्लिक से कनेक्टिविटी भी जुड़ती है।

युक्ति- अब छोटे शहरों में भी लड़कियां मजबूत हो रही हैं। हम अक्सर न्यूज में भी देखते हैं लड़कियों कैसे मजबूती से काम कर रही हैं। शायद एक भी एक पहलू है कि टीवी सीरियल्स की स्टोरीज अब छोटे शहरों पर केंद्रित हो रही हैं।