- कागजों में मुस्तैद सिक्योरटी गा‌र्ड्स

- हर साल हो रहा ढाई लाख रुपए का घोटाला

- जीएमसी की सिक्योरिटी है भगवान भरोसे

GORAKHPUR : पूरे शहर को सवांरने और संभाल कर रखने की जिम्मेदारी जीएमसी की है, लेकिन जीएमसी की सिक्योरिटी कितनी चाक-चौबंद है, उसका खुलासा हुआ है आई नेक्स्ट के लाइव ऑपरेशन में। कागजों में तो जीएमसी पूरी तरह सुरक्षित नजर आता है, लेकिन आई नेक्स्ट टीम के ऑपरेशन में सिक्योरिटी की सारी हकीकत सामने आ गई। जीएमसी की सिक्योरिटी की जिम्मेदारी मुंबई इंटेलिजेंस केयरटेल सर्विसेज इंडिया नामक एजेंसी के पास है जिसे ख्9 सिक्योरिटी गा‌र्ड्स के लिए जीएमसी करीब 7.भ् लाख रुपए सालाना का भुगतान करता है। आई नेक्स्ट के रिएलिटी चेक में कई जगहों से गार्ड नदारद मिले, यहीं नहीं, गनमैन की जगह डंडामैन लगाकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। आई नेक्स्ट ने जब इस घोटाले का कैलुकेशन किया तो सामने आया कि यह कंपनी गार्ड्स के नाम पर हर साल ढाई लाख रुपए हजम कर रही है.?

यहां तैनात हैं इतने सिक्योरिटी गार्ड

जगह कागज में सिक्युरिटी जमीनी हकीकत

जीएमसी मुख्य कार्यालय गनमैन-0 डंडामैन- 9 गनमैन-0 डंडामैन-म्

महापौर कैंप कार्यालय

फ् गनमैन- फ् डंडामैन

वीसी बंगला के सामने स्टोर

फ् गनमैन- 0 डंडामैन

महेवा वर्कशॉप

फ् गनमैन- फ् डंडामैन

महेवा प्रेट्रोल पंप

क् गनमैन- ख् डंडामैन

संक्रमण अस्पताल

0 गनमैन- क् डंडामैन

लेखा विभाग कैशियर के पास

क् गनमैन- 0 डंडामैन

घोटाले का कैलकुलेशन-

जीएमसी से मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई इंटेलिजेंस केयरटेल सर्विसेज इंडिया को सिक्युरिटी के लिए 7 लाख भ्8 हजार रुपए भुगतान किया जा चुका है.?लेकिन, जब आई नेक्स्ट ने मौके पर हकीकत जानी और कैलुकेशन किया तो सामने आया ढाई लाख रुपए का घोटाला। आप भी देखिए इस खेल को-

जमीनी हकीकत में क्7 डंडामैन और ब् गनमैन ड्यूटी करते मिले। कंपनी प्रति डंडामैन हर महीने क्800 रुपए देती है। इस तरह डंडामैन पर हर महीने फ्0,म्00 रुपए दिए जा रहे हैं। वहीं कंपनी प्रति गनमैन को हर महीने ख्800 रुपए भुगतान कर रही है। इस तरह ब् गनमैन को हर महीने क्क्,ख्00 रुपए दिए जा रहे है। कुल मिलाकर एक साल में डंडामैन और गनमैन को भ्,0क्,म्00 रुपए भुगतान किया गया है.?जबकि नगर निगम ने कंपनी को 7 लाख भ्म् हजार रुपए का भुगतान किया है।

रिएलिटी चेक-

जीएमसी मेन ऑफिस

यहां पर 9 डंडामैन तैनात किए गए हैं। जब आई नेक्स्ट टीम के दिन में ऑफिस पहुंची तो वहां भ् डंडामैन ड्यूटी करते नजर आए। टीम फिर रात में ऑफिस के रिएलिटी चेक में पहुंची तो वहां सिर्फ क् डंडामैन नजर आया।

वीसी बंगला

यहां कागजों में फ् गनमैन तैनात हैं। आई नेक्स्ट टीम जब दिन में मौके पर पहुंची तो वहां सिर्फ क् डंडामैन ओपी पांडेय मिले। ओपी पांडेय ने रिपोर्टर को बताया कि यहां एक गनमैन ड्यूटी पर रहता है लेकिन वे तीन दिन से छुट्टी पर हैं। हम डंडामैन ही रहते हैं। जब टीम रात में पहुंची तो वहां एक भी सिक्योरिटी गार्ड?नजर नहीं आया।

महेवा वर्कशॉप

यहां कागजों में फ् गनमैन और फ् डंडामैन की तैनाती है। लेकिन जब टीम मौके पर गई तो वहां केवल तीन डंडामैन मिले। आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने वहां मौजूद एक डंडामैन दिग्विजय सिंह से बात की तो उसने बताया कि यहां केवल डंडामैन की ड्यूटी लगती है। गनमैन की ड्यूटी तो कभी लगी ही नहीं। जब टीम रात में पहुंची तो भी वहां फ् डंडामैन ड्यूटी करते मिले.?एक भी गनमैन मौजूद नहीं था।

महेवा पेट्रोल पंप

यहां जीएमसी के कागजों में क् गनमैन और ख् डंडामैन तैनात किए गए हैं। जब आई नेक्स्ट टीम यहां पहुंची तो मामला चौकाने वाला मिला। यहां एक भी गनमैन और डंडामैन ड्यूटी पर नहीं थे। इससे साफ जाहिर है कि कंपनी इस जगह की सुरक्षा के नाम पर मुफ्त में राशि ले रही है।

यहां दिखी सिक्येरिटी

- महापौर कैंप कार्यालय

यहां फ् गनमैन व फ् डंडामैन तैनात हैं। चेकिंग में सब ठीक मिला।

- संक्रमण हॉस्पिटल

यहां क् डंडामैन तैनात है, रिएलिटी चेक में क् डंडामैन मौके पर मिला।

- लेखा विभाग

यहां क् गनमैन की तैनाती है, जो अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद दिखा।

पहले भुगत चुके हैं खामियाजा

- दिसंबर ख्0क्फ् में जलकल बिल्डिंग स्थित चीफ इंजीनियर के आवास हमला

- जीएमसी मेन ऑफिस में आए दिन अफसरों से होती है हाथापाई

- दो साल पहले जलकल बिल्डिंग स्टोर से चोरी हो चुका है सामान

कैसे दे दिया सैटिस्फेक्शन सर्टिफिकेट

हैरानी की बात तो ये है कि सिक्योरिटी की इतनी बुरी स्थिति के बावजूद जीएमसी की ओर से उप नगर आयुक्त गोपीकृष्ण श्रीवास्तव ने 'मुंबई इंटेलिजेंस केयरटेल सर्विसेज इंडिया' की सुविधाओं के संतोषजनक होने का प्रमाण पत्र दे दिया है। आई नेक्स्ट के रिएलिटी चेक में सामने आई सिक्योरिटी की हकीकत तो कुछ और ही बयां कर रही है, ऐसे में यह सर्टिफिकेट नगर निगम की मिलीभगत की ओर साफ इशारा करता है।

सुरक्षा गार्ड की तैनाती जेई द्वारा की जाती है। अगर कोई शिकायत है तो इस मामले में जांच की जाएगी।

गोपीकृष्ण श्रीवास्तव, डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर

मुझे जीएमसी की तरफ से अब तक 7 लाख रुपए का भुगतान किया गया है, बाकी का पेमेंट होगा या नहीं, ये मुझे नहीं पता। नगर निगम का तरीका तो आप जानते ही हैं। मैं डंडामैन को क्800 और गनमैन को ख्800 पर मंथ सैलरी देता हूं।

जितेंद्र सिंह, मालिक, मुंबई इंटेलिजेंस केयरटेल सर्विसेज इंडिया

जीमएसी की ओर से मुंबई इंटेलिजेंस केयरटेल सर्विसेज इंडिया को डंडामैन के लिए क्ब्ख् रुपए डेली और गनमैन के लिए क्8ख् रुपए डेली का भुगतान किया जाता है। यह रकम टेंडर में भी उल्लेखित है

नर्वदेश्वर पांडेय, जेई, अधिष्ठान