-सीएसए के कनवोकेशन में आए वाइस प्रेसीडेंट वेंकैया नायडू ने युवाओं से की अपील

-बोले, एग्रीकल्चर की फील्ड में जबरदस्त चुनौतियां, निपटने के लिए युवा वैज्ञानिकों पर अहम जि6मेदारी

KANPUR: बढ़ती पापुलेशन और घटती जमीन से एग्रीकल्चर की फील्ड में जबरदस्त चुनौतियां हैं। जिनसे निपटने के लिए एग्री सांइटिस्ट्स को इनोवेशन की फील्ड में काफी काम करना होगा। 2ासकर युवा वैज्ञानिक इसमें अहम 5ाूमिका नि5ा सकते हैं। जिससे स5ाी को पर्याप्त न्यूट्रिशंस वाला 5ाोजन मिल सके। किसानों को कर्ज लेने की जरूरत न पड़े और उनकी आय दोगुनी हो, इसके लिए 2ोती के अत्याधुनिक तरीकों को अपनाना होगा। यह बात सीएसए यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में चीफ गेस्ट बनकर आए वाइस प्रेसीडेंट वेंकैया नायडू ने कहीं।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश के एजूकेशन सिस्टम में बड़ा चेंज करने की जरूरत है। कृषि के साथ साथ संस्कृति को सिलेबस में शामिल करना चाहिए। इस पर प्राइम मिनिस्टर व अन्य मंत्रियों से वह बात 5ाी करेंगे। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ नया सी2ाने, जानने और पैसा कमाने के लिए विदेश जाने में कोई बुराई नहीं है लेकिन मातृ 5ाूिम और मातृ 5ाषा को क5ाी नहीं 5ाूलना चाहिए। विदेश जाओ, पैसा कमाओ और फिर वापस आ जाओ।

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मेरा गांव मेरा गौरव है, विकास की जरूरत है

चीफ गेस्ट ने साफ कहा कि हमेशा मातृभाषा का प्रयोग करें। अगर आगे बढ़ना है तो हिन्दी पर फोकस करें। मेरा गांव मेरा गौरव है। इसके चौमुखी विकास की जरूरत है। किसानों की उपज का उचित मूल्य देना व प्रोड1शन के भंडारण की बेहतर व्यवस्था करनी होगी। चीफ गेस्ट का वेलकम सीएसए वीसी डॉ। सुशील सोलोमन ने किया.दीक्षांत समारोह में डॉ नरेन्द्र सिंह राठौर व डॉ एमपी पांडेय को मानद् उपाधि प्रदान की गई।