RANCHI: बड़े मूल्य वाले भ्00 और क्000 के नोट अमान्य होने के बाद रांची के बाजार में इंसान तो इंसान भगवान के दरवाजे पर भी अब इसकी कोई कीमत नहीं रह गई है। शहर और आसपास के मंदिरों में भी चढ़ावे के रूप में इन नोटों को लेनेवाला कोई नहीं है। दरअसल, पहाड़ी मंदिर, दुर्गा मंदिर, सूर्य मंदिर, काली मंदिर और मेन रोड के बजरंगबली मंदिर में भी पंडितों ने लोगों से भ्00 या क्000 के नोट नहीं चढ़ाने की अपील की है।

दिउड़ी मंदिर: दान पात्र के पास आदमी तैनात रांची से लगभग 70 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध दिउड़ी मंदिर में पुजारियों ने बड़े मूल्य के नोट लेना भी बंद कर दिया है। मंदिर के पुजारी मनोज पंडा ने कहा कि इस नए डेवलपमेंट के बाद अभी कोई बड़ा डोनेशन या दान मंदिर के पास नहीं आया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि मन्दिर के लोग भ्00 तथा क्000 का नोट नहीं लेंगे। इतना ही नहीं, दान पात्र के पास एक आदमी लगा दिया गया है, ताकि लोगों को यह बात बताई जा सके।

रजरप्पा में कमा चढ़ावा

राजधानी से सटे रामगढ़ जिले के रजरप्पा स्थित प्रसिद्ध सिद्ध पीठ छिन्नमस्तिका मंदिर के न्यास समिति के सेक्रेटरी सुभाशीष पांडा ने बताया कि वैसे तो पहले से ही कार्तिक महीने की वजह से मंदिर में चढ़ावे में कमी है। ऐसे में इस नई घोषणा का भी असर पड़ा है। हालांकि गुप्त दान के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। यह तो भक्त और भगवान के बीच का मामला है।