- 5 सितंबर को रात 12 बजे अष्टमी व रोहिणी नक्षत्र का अद्भुत संयोग, मंदिरों व घरों में जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी

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KANPUR। 16 कलाओं से युक्त भगवान श्रीनटखट नागर कृष्ण का जन्मोत्सव शनिवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके लिए फ्राइडे को दिन भर लोग तैयारियों में जुटे रहे। इस बार जन्माष्टमी एक विशेष योग लेकर आई है। इस बार जन्माष्टमी दो दिन नहीं, बल्कि एक दिन ही मंदिरों और घरों में मनाई जाएगी। अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र के मिलन का संयोग इस दिन को बहुत खास बनाएगा।

इस बार पड़ा है ये विशेष योग

पिछले कई वर्षो से ऐसा होता आया है कि जन्माष्टमी दो दिन मनाई जाती थी। एक दिन मंदिरों में और दूसरे दिन गृहस्थ यानी घरों में मनाई जाती थी। इस बार के पंचांगों की यह तिथि एक ही दिन मानी गई है यानी घरों व मंदिरों में एक साथ भगवान मुरलीधर जन्म लेंगे। अष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र के मिलन ने विशेष योग बनाया है।

पं। आदित्य पाण्डेय ने बताया कि मान्यता है कि भगवान कृष्ण का जन्म द्वापर युग के भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। नक्षत्र को मंदिरों व साधुओं में विशेष महत्व दिया जाता है। 4 सितंबर को देर रात 3.06 मिनट पर अष्टमी तिथि लग जाएगी। जो 5 सितंबर को देर रात 3.05 मिनट तक जाएगी। जबकि रोहिणी नक्षत्र 4 सितंबर को देर रात 12.29 मिनट पर लगेगा। जो कि शनिवार को रात 12.12 मिनट पर खत्म होगा। यानी कि शनिवार रात 12 बजे अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र दोनों ही मिलेंगे।

हर्षण योग में पूजा देगी विशेष फल

पं। संतोष जी पाधा ने बताया कि इस बार जन्माष्टमी पर विलक्षण हर्षण योग पड़ रहा है। जो विशेष फल देगा। दरअसल अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र शनिवार को एक ही दिन रात 12 बजे मिल रहे हैं। तिथि और नक्षत्र का यह मिलन ही हर्षण योग बन रहा है। इस दिन भगवान का पूजन करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी। इस दिन भगवान को केले का भोग जरूर लगाना चाहिए।

झांकियों से निराली होगी छटा

कृष्णा जन्माष्टमी के चलते मंदिरों में कई विशेष तरह की झांकियां तैयार की गई हैं। जो लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र होंगी। सबसे खास नजारा होगा सनातन धर्म मंदिर में, जहां गोपियों के साथ रासलीला करते भगवान, अर्जुन को गीता का उपदेश देते भगवान, मनिहारी के वेश में कृष्ण, कालिया मर्दन की यंत्रचालित झांकिया ध्यान खींचेगी। भगवान अमरनाथ की मनोहारी झांकी सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र होगी। वहीं इस्कान मंदिर में भी जन्माष्टमी की खास तैयारियां की गई है। इस्कॉन मंदिर में कान्हा का जन्मोत्सव पर श्रद्धालु केक काटेंगे और प्रभु को छप्पन भोग अर्पित करेंगे। यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम में भगवान कृष्ण के जीवन की झलक दिखेगी।

भगवान कृष्ण की मोदी ड्रेस

मार्केट में इस बार भगवान कृष्ण की मोदी ड्रेस आई है। जो भक्तों को खास पसंद आ रही है। जिसमें भगवान को कुर्ते, पैजामा व हाफ बांह की सदरी के साथ दिखाया गया है। वहीं इसके साथ-साथ भगवान की घेर वाली ड्रेसेज भी खासी पसंद की जा रही हैं।

बढ़ गए खीरे, फल-फूल के रेट

जन्माष्टमी पर्व पर नार वाले खीरे में भगवान का जन्म कराया जाता है। ऐसे में मार्केट में खीरे के दाम बढ़कर चौगुने से भी ज्यादा हो गए हैं। आमतौर पर मार्केट में खीरा 5 से 10 रुपये में आता है। वहीं जन्माष्टमी के दिन शनिवार को इसकी कीमत 40 से 50 रुपये तक पहुंचने की संभावना है है। इसके अलावा फूलों के दाम में भी एकदम से उछाल आई है। फ्राइडे को गुलाब 150 रुपए किलो तक बिका वहीं शनिवार को 300 रुपए तक रेट पहुंचने के आसार हैं। साथ ही पत्तियों के रेट भी हाई हो गए हैं।