- सिटी में भी बैंकों की सुरक्षा भगवान भरोसे

- लगातार होती आ रही हैं एटीएम काटने, बैंक कस्टमर्स से टप्पेबाजी की घटनाएं

GORAKHPUR: कानपुर की यूनियन बैंक ब्रांच के लॉकर काटकर हुई करोड़ों की चोरी जैसी घटना का इंतजार गोरखपुर के बैंक भी कर रहे हैं। बैंकों की सुरक्षा पर सेंध की लगातार बढ़ती वारदातें और जिम्मेदारों का हीलाहवाली भरा रवैया देख तो यही लग रहा है। सिटी से लेकर रूरल एरियाज तक की बात की जाए तो जिले में सिर्फ बैंक लॉकर ही नहीं, एटीएम से लेकर बैंकों में रुपए निकालने जाने वाले ग्राहक भी सुरक्षित नहीं हैं। आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पिछले चार साल में यहां एटीएम काटने, बैंक ग्राहकों के साथ टप्पेबाजी की घटनाएं तेजी से बढ़ती गई हैं।

एटीएम भी नहीं है सुरक्षित

सिर्फ बैंक, लॉकर व ग्राहक ही नहीं बल्कि बैंकों के एटीएम की सुरक्षा भी सिटी में भगवान भरोसे ही है। इसी का नतीजा है कि शहर में एटीएम से चोरी की कोशिश की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। शहर के अधिकांश एटीएम जहां बिना सुरक्षा गार्ड के चल रहे हैं। बाकी एटीएम भी निहत्थे बुजुर्ग गार्डो के भरोसे चल रहे हैं। ऐसे में एटीएम की सुरक्षा में इस तरह की लापरवाही कहीं न कहीं चोरों को एटीएम काटने की दावत दे रही है।

एटीएम काटने की घटनाएं

- 2014 में ट्रांसपोर्ट नगर स्थित पीएनबी बैंक के एटीएम को काटकर चोरों ने उड़ाया था लाखों कैश

- 2015 में हरिओम नगर तिराहे स्थित पीएनबी बैंक के एटीएम को काटकर चोरों ने किया था हाथ साफ

- 2016 में गोरखनाथ इलाके के हड़हवा फाटक के पास स्थित एटीएम को चोरों ने काटा

- 2016 में गोरखनाथ इलाके के हुमायूंपुर स्थित एटीएम को भी काटकर हुई थी चोरी की कोशिश

- 27 दिसंबर 2017 को गोरखनाथ के राजेंद्रनगर में एसबीआई एटीएम काटकर चोरों ने की थी चोरी की कोशिश

- 28 नवंबर 2017 को गोरखनाथ एरिया के पचपेड़वा नकहा के पास भी चोरों ने काटा था एसबीआई का एटीएम

कैशवैन से भी हुई थी लूट

एटीएम ही नहीं शहर में कैशवैन भी लुटेरों के निशाने पर रही हैं। लुटेरे यहां कैशवैन से 66 लाख रुपए लूटकर अभी तक की पूर्वाचल की सबसे बड़ी लूट की घटना को अंजाम दे चुके हैं। वर्ष 2009 में एसआईएस कंपनी द्वारा एलआईसी का कैश ले जा रही वैन को बदमाशों ने सुमेर सागर पर कांस्टेडियन को गोली मारकर लूटा था। हालांकि घटना के कुछ दिनों बाद इसका पुलिस ने खुलासा कर दिया था।

कैशवैन लूटे जाने की हुई थी साजिश

वहीं, वर्ष 2017 में खोराबार इलाके में भी एक सिक्योरिटी कंपनी के कर्मचारियों द्वारा बैंक के 99 लाख रुपए लूटे जाने की साजिश रची गई थी। हालांकि इस घटना के कुछ दिनों बाद ही इस मामले का भी पुलिस ने खुलासा कर दिया था। सिक्योरिटी कंपनी के कर्मचारियों ने मिलकर ही कैशवैन लूटे जाने की झूठी कहानी बनाई थी।