रात में गार्ड न होने की वजह से कई बैंकों को बदमाश बना चुके है निशाना

सीसीटीवी और सायरन के सहारे ही समूची सुरक्षा व्यवस्था

Meerut। शहर में बैंकों की सुरक्षा को लेकर कोई खास इंतजाम नहीं हैं। हालांकि दिन में तो बैंकों में चहल पहल रहती है, लेकिन रात में बैंकों की सुरक्षा पर अक्सर सवाल उठते रहते हैं। एसएसपी मंजिल सैनी ने भी माना है कि इंस्पेक्टर व एसओ को सभी बैंकों में गश्त करने के आदेश दे रखे हैं। दिन में तो बैंकों में पुलिस की ड्यूटी रहती है, लेकिन रात में फोर्स की कमी के कारण सभी बैंकों में परमानेंट फोर्स तैनात नहीं हो सकती। जिस कारण बैंकों की सुरक्षा की सारी जिम्मेदारी सीसीटीवी और सायरन पर ही जा टिकी है।

नहीं दिखी संजीदगी

बीते दिनों बैंकों में हुई घटनाओं के बाद भी सुरक्षा व्यवस्था की कोई खास संजीदगी नहीं दिखाई गई है। तकरीबन छह महीने पहले बदमाशों ने यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के स्ट्रांग रूम तक पहुंचने के लिए सुरंग बना ली थी। बावजूद इसके, बैंकों में सुरक्षा व्यवस्था को मुकम्मल करने के खास इंतजाम नहीं हो सके हैं। गौरतलब है कि बीते दिनों कानपुर की एक बैंक में बदमाशों ने लॉकर तोड़कर लाखों का सामान पार लिया था।

गार्ड तक नहीं तैनात

शहर में बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था का आलम यह है कि दिन में तो बैंकों में गार्ड की तैनाती रहती हैं लेकिन रात में शहर के बैंकों की सुरक्षा केवल भगवान भरोसे है। रात में तो बैंक की सुरक्षा के लिए गार्ड तक नहीं है, जिससे बैंकों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होते रहते हैं।

सायरन बजा तो भागे थे बदमाश

7 जनवरी, 2018

पंजाब नेशनल बैंक की नवीन मंडी शाखा से बदमाशों ने कैश लूटने की कोशिश की लेकिन सिक्योरिटी सिस्टम से छेड़छाड़ होते ही सायरन बज गया, जिसके चलते बदमाश भाग खड़े हुए।

8 जनवरी, 2018

किठौर के ¨सडिकेट बैंक की शाखा पर बदमाशों ने धावा बोल दिया था। बदमाशों ने स्ट्रांग रूम तोड़ने का प्रयास किया था लेकिन बैंक का सायरन बजने पर बदमाश फरार हो गए थे।

12 िदसंबर, 2017

मेरठ-गढ़ मार्ग सिसौली स्थित यूनियन बैंक की शाखा में बदमाशों ने सेंधमारी कर डाली थी। परंतु बदमाश कैश लूटकर ले जाने में विफल रहे। दरअसल, बदमाशों ने बैंक भवन के पिछले हिस्से से स्ट्रांग रूम की दीवार तोड़कर बैंक में घुसने का प्रयास किया। सफलता नहीं मिलने पर बाहर की ओर बने एटीएम बूथ में घुसकर बदमाशों ने एटीएम मशीन को तोड़ डाला लेकिन वह यहां से भी कैश नहीं निकाल सके थे। इस मामले में पुलिस आज तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं

गौरतलब है कि तीन साल पहले जानी थाना क्षेत्र स्थित सिवाल खास में पीएनबी की शाखा में बदमाशों ने लॉकर तोड़कर लाखों रूपये उड़ा लिए थे। इस मामले में जानी पुलिस आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं कर सकी है।

ये है पुलिस की गाइडलाइन

एसपी सिटी मान सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस ने सभी बैंकों को गाइडलाइन जारी की है।

सभी बैंकों में सिक्योरिटी गार्ड होने चाहिए।

सभी बैंकों में पर्याप्त मात्रा में डिजीटल सीसीटीवी लगे होने चाहिए।

बैंकों में अलार्म सिस्टम सही होने चाहिए।

बैंकों में रखा पुलिस का रजिस्टर चैक होना चाहिए।

आने जाने वाले संदिग्ध लोगों पर नजर रखनी चाहिए।

बैंकों में किसी भी प्राइवेट व्यक्ति को बिना पुलिस वेरिफिकेशन के नौकरी पर नहीं रखना चाहिए।

ये हैं पुलिस के इंतजाम

बैकिंग के समय में सुबह से शाम तक थानों से बैंकों में पुलिस बल तैनात रहता है।

रात्रि में बैंकों के आसपास गश्त की जाती है।

फैंटम व अन्य चौकी प्रभारियों को बैंकों के चेक करने के निर्देश दिए जाते है।

सोमवार या कई दिनों के अवकाश के बाद बैंक खुलने पर विशेष नजर रखी जाती है।

छह माह बाद भी मुख्य आरोपी को नहीं पकड़ सकी पुलिस

सुरंग खोदकर बैंक के अंदर तक पहुंच गए थे बदमाश

बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की तत्परता पर सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि बीते छह माह से यूनाईटेड बैंक ऑफ इंडिया में सुरंग खोदने का मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है।

18 फुट की खोदी थी सुरंग

गौरतलब है कि बदमाशों ने बीती 21, सितंबर 2017 को दिल्ली रोड पर बहादुर मोटर के पास यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के स्ट्रांग रूम तक पहुंचने के 18 फुट लंबी सुरंग खोद ली थी, लेकिन बदमाश स्ट्रांग रूम तक नहीं पहुंच पाए थे। इसके बाद टीपी नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था लेकिन अभी तक बैंक में सुरंग बनाने के मामले में नामजद मुख्य आरोपी कपिल की टीपी नगर पुलिस अभी गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। हालांकि दो अन्य बदमाशों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था।

आरोपी कपिल की तलाश की जा रही है, वह जेल से फरार हुआ था, कई मामलों में वह वांछित हैं।

ब्रजेश शर्मा, एसआ,े टीपीनगर

बैंक के लॉकर में आम व्यक्ति अपनी जोड़ी हुई रकम व जेवर रखता है। उनके जेवरों की सुरक्षा के लिए बैंक अधिकारियों को रात में भी बैंक में गार्ड तैनात करने चाहिए।

बिलाल अहमद, सदर बाजार

बैंकों में गार्ड की तैनाती न होने से चोरी की घटनाएं होती है। अगर बैंक रात्रि में भी गार्ड तैनात करे तो चोरी की घटनाओं पर लगाम कस सकती है।

मनोज गर्ग सर्राफा व्यापारी

हाईटेक जमाने में अधिकतर लोगों की जमा पूंजी बैंकों के लॉकर में रखी रहती है। जब बैंक में कोई घटना होती है तो बैंक लॉकर में रखे जेवरों को देने से मना कर देता है।

आदित्य शर्मा रिठानी

दिन में सभी बैंकों में गार्ड तैनात रहते है। जबकि बैंकों की सुरक्षा के लिए रात्रि में गार्डो की तैनाती जरूरी है।

विपुल सिंघल, व्यापारी नेता