nandinisinha@inext.co.in

RANCHI : राइफल शूटिंग में गोल्ड मेडलिस्ट तारा शाहदेव के साथ पहले हमदर्दी, फिर शादी का प्रपोजल फिर शादी और बाद में धर्म परिवर्तन के नाम पर रोंगटे खड़े कर देनेवाली हैवानियत की घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। मानसिक और शारीरिक रूप से टूट चुकी तारा ने आई नेक्स्ट से शेयर किया दर्द.

सात जुलाई को हुई थी शादी

सात जुलाई को तारा शाहदेव की शादी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल उल हसन से हुई थी। तारा बताती हैं कि कुछ महीने पहले चल रहे शूटिंग कैंप में प्रैक्टिस के दौरान रंजीत ने उसे देखा था। ठीक दो महीने पहले उसकी मां की मृत्यु हुई थी। सदमे में डूबी होने की वजह से उस वक्त हर किसी ने हमदर्दी जताई। उसी वक्त अपनी हाई प्रोफाइल गाड़ी में आने वाले रंजीत ने भी हमदर्दी दिखाई। सदमे की हालत से उबारने के लिए रंजीत ने हाथ बढ़ाए और मौका देखते ही शादी का प्रपोजल दिया। शादी में इंदर सिंह नामधारी को भी धोखे में रखकर बुलाया और पिता की जगह रस्में अदा कराई.

हैवानियत की हद पार कर दी

तारा बताती है कि विदाई के बाद वह रंजीत के फ्लैट पर गई, जहां पहली रात उसे बुखार हो गया। दूसरे ही दिन से उसे निकाह कबूल है कहने और तारा से सारा बनने की जबरदस्ती करने लगा। मना करने पर शुरू हुआ शारीरिक टॉर्चर। तारा के अनुसार रंजीत ने उसका कई बार रेप किया। बिस्तर पर रॉड रखकर उसे प्राइवेट पा‌र्ट्स में इजेक्ट करने की धमकी और फिर हैवानियत का आलम जारी रहा। रंजीत उसे धर्म परिवर्तन के लिए जोर डालने लगा, नहीं मानने पर बिस्तर वही और आदमी बदल जाने की धमकी देने लगा.

और निकाह कबूल कराया

आखिरकार मौलवी को बुलवाकर क्क् हजार हक मेहर की रस्म अदायगी के साथ तारा ने सारा बनकर निकाह कबूल भी किया। हालांकि तारा धर्म को नहीं मानती थी। धोखे की बात बोलने पर उसके ऊपर कुत्ता छोड़ दिया गया। तारा बताती हैं कि घरवालों ने थप्पड़ की बरसात कर दी। जब वह रोती थी तो कुत्ता पास आकर अपनी जीभ से आंसू पोंछता था। नौकरानी छुपाकर रोटी खाने को देती, जिसे वह बाथरूम में छुपकर खाती थी।

शादी की मास्टर सीडी गायब

रंजीत ने शादीवाली रात खुद को टिका नहीं लगाने दिया, लेकिन तारा की मांग में सिंदूर जरूर भरे। उसने ओम और शक्ति की पूजा भी की। वरमाला और पान खिलाने के रस्मे भी पूरी की। इस सब बातों को प्रूव करने से पहले रंजीत ने शादी के वीडियो की मास्टर सीडी को भी चालाकी से गायब करा दिया।

कोर्ट में बयान के दौरान दी थी धमकी

नौकरानी की मदद से भाई को लिखी चिट््ठी पढ़वाने के बाद तारा को पुलिस की मदद से ढाई बजे रात में कैद से निकाला गया था। पहले सदर अस्पताल फिर रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में छुपाकर इलाज कराया गया था। वहां भी रंजीत के आदमी उसकी तलाश करते रहे। दूसरी ओर कोर्ट में भी उनके पिता को डराया धमकाया गया। इन दिनों घर पर डरी सहमी तारा बस न्याय के इंतजार में है.

ओलंपिक था सपना

तारा बताती हैं कि उनका सपना ओलंपिक में शामिल होने का था। इस सपने को पूरा करने की जिम्मेवारी रंजीत ने ली थी, लेकिन शादी होते ही उसका सच सामने आ गया। आज उसका सपना पूरी तरह से चकनाचूर हो गया है.

कोतवाली डीएसपी ने की पूछताछ

शनिवार को कोतवाली डीएसपी दीपक अम्बष्ठ ने तारा के घर पर उससे मुलाकात की और केस की जांच के संबंध में जानकारी ली। इसमें तारा ने यह भी बताया कि, रंजीत एडमिशन के नाम पर कैसे कम उम्र की लड़कियों के साथ भी धोखाधड़ी करता है। दूसरी ओर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष महुआ माजी ने भी शनिवार की शाम तारा से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली।