ऐसी है जानकारी
इस बारे में और भी ज्यादा जानकारी देते हुए कॉमट्रेंड्ज रिसर्च के निदेशक ज्ञानशेखर त्यागराजन ने बताया कि सोने में अभी मंदी है। ये मंदी अभी एक सप्ताह से एक माह में घटकर 23,000 से 23,500 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ जाएगी। बताया जा रहा है कि 29 जुलाई से पहले बाजार बेचैन है। इस 29 जुलाई को फेडरल रिजर्व को ब्याज दरों में बढ़ोतरी के संबंध में फैसला लेना है। ऐसे में अब फैसला चाहें कुछ भी हो, लेकिन सोने के लिए वह हर तरह से नकारात्मक ही साबित होगा।

एमसीएक्स में ये था हाल
बता दें कि शनिवार को एमसीएक्स में सोना 24,752 रुपये प्रति दस ग्राम था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह कीमत 1,097.50 डॉलर प्रति औंस थी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों का बढ़ना लगातार तय माना जा रहा है। इस पर अंतिम फैसला आने तक बाजार में फिलहाल उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। इसको लेकर त्यागराजन ने बताया कि एक सप्ताह से एक माह में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 1,020 डॉलर प्रति औंस पर होगी। इसके बाद यह 1,000 डॉलर से भी नीचे उतर सकता है।

ऐसा है अंदाजा
ऐसे में वो बात और है कि उन्होंने ये भी कहा है कि अगर डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता है, तो सोने के भाव को 'बचाव' मिलेगा। ऐसे ही अपनी राय देते हुए एंजल ब्रोकिंग के सहायक निदेशक नवीन माथुर बताते हैं कि दिसंबर के अंत तक सोने की कीमत 23,500 से 24,000 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि सोना अब निवेश के सुरक्षित विकल्प के रूप में अपनी पहचान लगातार गंवाता जा रहा है। ऐसे में घरेलू बाजार में सोना नौ माह में 34,000 रुपये से करीब 27 प्रतिशत टूटकर 24,700 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया है।

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