एसएसपी ने डिस्ट्रिक्ट के डेढ़ दर्जन पुलिसकर्मी किए बहाल

पूर्व एसएसपी ने ड्यूटी में लापरवाही के चलते पुलिसकर्मियों को किया था सस्पेंड

BAREILLY: आए दिन क्रिमिनल्स का निशाना बन रहे बरेलियंस के अब और बुरे दिन आ गए हैं और लापरवाह पुलिसकर्मियों के अच्छे दिन। ये हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक तो पहले ही क्रिमिनल्स ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है, ऊपर से जब सारे 'कामचोर' और बेईमान खाकी वाले फिर से बहाल हो जाएंगे तो फिर इनकी और अपराधियों की मौज हो जाएगी। दरअसल नए एसएसपी ने ज्वाइनिंग करने के तुरंत बाद जिले के ज्यादातर पुलिसकर्मी बहाल कर दिए हैं। इनमें से वे भी पुलिसकर्मी हैं, जिन पर रिश्वत लेने और रेप के आरोप में झूठा फंसाकर ब्लैकमेलिंग के आरोप लगे हैं। दो दर्जन सस्पेंड पुलिसकर्मियों में से सिर्फ 7 पुलिसकर्मी ही सस्पेंड बचे हैं।

दो दर्जन से अधिक थ्ो सस्पेंड

पुलिस सोर्सेस के अनुसार डिस्ट्रिक्ट में दो दर्जन पुलिसकर्मी सस्पेंड चल रहे थे। इनमें से ज्यादातर पुलिसकर्मियों को पूर्व एसएसपी जे रविंद्र गौड ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड किया था। यही नहीं सभी की विभागीय जांच भी चल रही है। ये सभी पुलिसकर्मी अपनी बहाली को लेकर काफी जतन कर रहे थे, लेकिन पूर्व एसएसपी के सामने किसी की दाल नहीं गल रही थी। कई मामलों में तो सीनियर अधिकारियों का भी हस्तक्षेप सामने अाया था।

रिश्वतखोरी में भी गिरी गाज

पूर्व एसएसपी जे रविंद्र गौड ने रुहेलखंड चौकी इंचार्ज धर्मेद्र सिंह, सचिन अग्निहोत्री, मनोज, विनोद, हरकेश, समेत म् पुलिसकर्मियों को रिश्वतखोरी के मामले में सस्पेंड किया था। एसएसपी ने इस केस की जांच सीओ थर्ड धर्म सिंह मार्छाल को सौंपी थी। सीओ ने अपनी रिपोर्ट में सभी को दोषी नहीं पाया था लेकिन इसके बावजूद एसएसपी ने किसी को बहाल नहीं किया था। लेकिन नए एसएसपी ने इन सबको बहाल कर दिया। नवाबगंज के सिपाही मोहित और रवीश राणा पर नौटंकी देखने के मामले में गाज गिरी थी। अब इन्हें भी बहाल कर दिया गया है।

खटेटा प्रकरण के एसआई भी बहाल

खटेटा प्रकरण किसी से छिपा नहीं है। इस मामले में जमकर बवाल हुआ था। मामला कम्युनल हो गया था। एसएसपी ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले एसआई दिवारी लाल को सस्पेंड किया था। अब दिवारी लाल भी बहाल हो चुके हैं। सुभाषनगर के असगर अली व एक अन्य को एक युवक को रूम में लड़की के साथ रेप के मामले में झूठा फंसाने और ब्लैकमेलिंग करने के मामले में सस्पेंड किया था। असगर अली कोर्ट से अपना ट्रांसफर ऑर्डर भी ले आए थे लेकिन इसके बावजूद पूर्व एसएसपी ने बहाल नहीं किया था लेकिन अब उन्हें भी बहाल कर दिया गया है।

इनकी भी हो गई मौज

फतेहगंज पूर्वी के मंगनलाल, सतेंद्र को भी विवाद के चलते सस्पेंड किया गया था। अब वह भी बहाल हो चुके हैं। इन सबके अलावा ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल मनमोहन सिंह, ड्राइवर रमेश चंद्र, एसआई चंद्रपाल, कांस्टेबल महेश को भी लापरवाही के चलते सस्पेंड किया गया था लेकिन नए एसएसपी की इन पर भी नजरे करम हो गई।

ये पहले ही हो गए थे बहाल

इसके अलावा उमरसिया गैंग रेप में भी एसआई रवींद्र समेत पूरी चौकी को सस्पेंड कर दिया गया था। रामपुर गार्डन डकैती में भी इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया था। हालांकि इन पुलिसकर्मियों को पूर्व एसएसपी अपने ही वक्त में बहाल करके चले गए थे। एसएसपी ने सभी को केस वर्कआउट होने तक सस्पेंड किया था। फिर इन्हीं पुलिसकर्मियों से काम ि1लया था।

आसानी से मिल रही है छुट्टी

पुलिस सोर्सेस की मानें तो नए एसएसपी पुलिसकर्मियों को छुट्टी देने में भी कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं। जबकि पूर्व एसएसपी ने छुट्टियों पर रोक लगा रखी थी। इसके अलावा छुट्टियां इंस्पेक्टर और सीओ की रिकम्नडेशन के बाद ही दी जा रही थीं लेकिन अब ऐसा नहीं है।