स्मार्टफोन हर हाथ में है जरूरी
गूगल के प्रमुख ने कहा कि भारत में इंटरनेट व डिजिटल सेवाओं की पहुंच बढाने के लिए जरूरी है कि यहां स्मार्टफोन और सस्ते हों। पिचाई ने कहा कि भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था में वैश्विक अग्रणी बन गया है। इसलिए स्थानीय भाषा समर्थन व कनेक्टिविटी बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। जिसमें अलग-अलग भाषाओं में काम हो सके। इससे महिलाओं की इंटरनेट में भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी। भारत को बदलने के लिए ये बहुत जरूरी है। गूगल ने 2014 में एंड्रायड वन कार्यक्रम के तहत कुछ हैंडसेट कंपनियों से हाथ मिलाया और भारत सहित कई बाजारों में अपेक्षाकृत सस्ते लेकिन बेहतर समार्टफोन पेश किए। उस समय इसके हैंडसेट की कीमत 6399 रुपए से शुरू होती थी। उसके बाद बेहतर फीचर वाले स्मार्टफोन बाजार में आ चुके हैं।

भारत होगा डिजिटल क्रांति का केन्द्र
भारत में अभी भी लोग अंग्रेजी बहुत कम बोल पाते हैं। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा स्थानीय भाषाओं से जुड़ना ही होगा। इसके लिए गूगल काम भी कर रहा है। इस समय यूं तो 1000 रुपए से कम कीमत वाले स्मार्टफोन वाले भी बाजार में आ रहे हैं लेकिन ठीक ठाक स्मार्टफोन की बात की जाए तो उसकी कीमत 3000 रुपए से ऊंची है। पिचाई ने कहा कि प्रभावी सार्वजनिक-निजी भागीदारी के जरिए कंपनी ने डिजिटल इंडिया के लिए अनेक कार्यक्रम पेश किए हैं। उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर वाईफाई सेवा के लिए रेलटेल से भागीदारी का जिक्र किया। एक सवाल के जवाब में पिचाई ने भरोसा जताया कि भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण ताकत बनेगा।

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