एड बिजनेस पर लगी सेंध
सोमवार को माइक्रोसॉफ्ट ने एनाउंसमेंट किया कि, सर्च एंड एड कंपनी बिंग को ओवरटेक कर लिया जाएगा। यह पहले गूगल को सर्विस दे रही थी लेकिन अब अगले 10 सालों तक गूगल इसका लाभ नहीं उठा पाएगा। यह गूगल के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। वहीं दूसरी ओर फेसबुक ने आज मार्केटर्स के लिए नया और अट्रैक्टिव बायिंग ऑप्शन इंट्रोड्यूस किया। जिसमें कि वीडियो एड आसानी से बनाया जा सकेगा और यह यू-ट्यूब से कड़ी टक्कर लेगा। अब ऐसे में गूगल के लिए यह खबर खतरे की घंटी है। आपको बताते चलें कि, गूगल का कोर बिजनेस सर्च और एडवरटाइजिंग ही है। तकरीबन 90 परसेंट रेवेन्यू इससे ही आता है।

एप्पल ने भी मुंह मोड़ा
जहां एक ओर गूगल को एडवरटाइजिंग में कड़ी टक्कर मिल रही है, वहीं एप्पल भी गूगल का साथ छोड़ने पर विचार कर रही है। दरअसल एप्पल सफारी में गूगल डिफॉल्ट ब्राउजर है। लेकिन अब कंपनी बिंग या याहू पर स्विच कर सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल अपने अगले आईओएस अपडेशन में सफारी पर आने वाले एड को ब्लॉक कर देगी। ऐसे में गूगल को सालाना करीब 10 परसेंट नुकसान उठाना पड़ सकता है।

इनवेस्टर्स को है खतरा
आपको बता दें कि, गूगल के सेल्फ-ड्राइविंग वाले प्रोजेक्ट्स से शेयरहोल्डर्स तो नाराज हैं ही, साथ ही इनवेस्टर्स को भी खतरा लग रहा है। वैसे इनवेस्टर्स को इस प्रोजेक्ट से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वह थोड़े नर्वस जरूर नजर आते हैं। उनका मानना है कि, कंपनी के sci-fi प्रोजेक्ट कहीं गलत कदम न साबित हो जाएं। गूगल के ज्यादातर इनवेस्टर्स कंपनी के कोर बिजनेस जैसे सर्च और एडवरटाइजिंग पर फोकस्ड हैं। ऐसे में उन्हें इन प्रोजेक्ट्स से थोड़ा खतरा नजर आने लगता है।

Hindi News from Business News Desk

 

Business News inextlive from Business News Desk