- टाइमली नहीं कर सके शिकायतों का निस्तारण, डीएम ने दिए आदेश

- आईजीआएस के जरिए आने वाले मामलों के जल्द निस्तारण के दिए निर्देश

- डीएम ने विभागों में पेंडिंग व‌र्क्स की समीक्षा की

GORAKPHUR: सीएम प्रियॉरिटी और ऑनलाइन शिकायतों के डिस्पोजल में फेल हुए अधिकारियों पर गाज गिरी। डीएम राजीव रौतेला ने कड़ी नाराजगी जताते हुए ऐसे सभी अधिकारियों की सैलरी रोकने के निर्देश दिए हैं। इसकी जद में 12 अधिकारी आए हैं। इन सभी के पास तीन से ज्यादा शिकायतें पेंडिंग हैं और इसके लिए डीएम के पास भी जनता दर्शन के दौरान कंप्लेन आई है। डीएम ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई करते हुए तीन दिन के अंदर सभी शिकायतों को निस्तारित करने के निर्देश्ा दिए हैं।

दंडित होंगे अधिकारी

डीएम ने कहा कि आईजीआरएस पोर्टल की शासन की ओर से रोजाना समीक्षा की जाती है। ऐसी कंडीशन में शिकायतें पेंडिंग रहने पर उच्च स्तर से भी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिकायतों के डिस्पोजल में उदासीनता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम ने कहा कि जिन अधिकारियों की सैलरी ट्रेजरी से नहीं आती है, उनका खाता सीज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि अधिकारी अपने कार्य प्रणाली में बदलाव लाएं और जनता के लिए संवेदनशील होकर काम करें और अपने कार्य प्रणाली पर कोई प्रश्नचिन्ह न आने दें। मौके पर सीडीओ अनुज सिंह, एसएसपी आरपी पांडेय, एसपी देहात, प्रशिक्षु आईएएस अभिषेक गोयल, एडीएम प्रशासन व नगर, एसडीएम आदि मौजूद थे।

इनकी रुकी सैलरी

प्रांतीय खंड पीडब्लूडी, निर्माण खंड पीडब्लूडी, परियोजना निदेशक, डीपीआरओ, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, सहायक अभिलेख अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, परियोजना अधिकारी डूडा, आबकारी आधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, लीड बैंक प्रबंधक।