- शहर में 1200 से अधिक दुर्गा पंडाल लेकिन सिर्फ 150 ने किया कनेक्शन के लिए आवेदन

- पिछले वर्ष दशहरा मेला के दौरान पंडालों में खपत हुई थी रोज 200 मेगावाट से अधिक बिजली

GORAKHPUR: बिजली विभाग कंज्यूमर्स को बिल जमा करने में देरी पर सरचार्ज तक वसूल करता है लेकिन दुर्गा पूजा में वह तीन दिनों तक रोज 200 मेगावाट बिजली 'दान' करेगा। आप हैरत में पड़ गए न? दरअसल, विभाग की लापरवाही दशहरे में उसी पर भारी पड़ने वाली है। शहर में करीब 1200 पंडाल सज रहे हैं लेकिन इनमें 150 समितियों ने ही कनेक्शन के लिए आवेदन किया है। जाहिर है, एक हजार से अधिक पंडाल में बिना कनेक्शन के ही बिजली की खपत होती रहेगी। पिछले वर्ष का आंकड़ा बताता है कि दशहरा मेला के दौरान सिर्फ पंडालों में रोज 200 मेगावाट से अधिक बिजली की खपत हुई थी। इस तरह इतनी बिजली का चूना इस बार भी लगना तय है। यदि समय रहते विभाग पंडालों में कनेक्शन की चेकिंग कर लेता तो उसका राजस्व भी बढ़ जाता और ओवरलोड की समस्या भी न होती।

रोशन होगा शहर

दशहरा मेला के दौरान 24 घंटे बिजली सप्लाई करने की तैयारी है। इस दौरान दुर्गा पूजा समितियां पंडाल व आसपास के एरिया को बल्ब व झालरों से सजाएंगी। इन सब पर रोज करीब 200 मेगावाट बिजली की खपत होगी जबकि आम दिनों में इतनी ही बिजली में पूरे शहर का काम चल जाता है। इस तरह पूरा शहर रोशनी से नहा उठेगा।

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विभाग का दावा- तैयार हैं हम

बिजली विभाग ने पिछले साल का आंकड़ा जमा कर लिया है। इसके अनुसार करीब 200 मेगावाट बिजली रोज एक्स्ट्रा खपत होगी। विभाग का दावा है कि वह अतिरिक्त लोड के लिए तैयार है। ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि बिजली की आपूर्ति निर्बाध बनी रहे। इससे फॉल्ट की संभावना कम हो जाएगी।

दी जा रही नोटिस

विभाग के अधिकारियों की मानें तो सभी पंडालों को अस्थायी कनेक्शन लेने के लिए कहा जा रहा है। विभाग के अनुसार पिछले साल 1158 पंडालों की लिस्ट बनी थी, लेकिन इस बार यह आंकड़ा 1200 तक हो सकता है। इनमें अधिकतर पंडाल गली, मोहल्लों में होते हैं। बड़े पंडाल की संख्या 200 के ही आसपास है। कनेक्शन नहीं लेने वाले ज्यादातर पंडाल मोहल्लों के हैं, उन्हें नोटिस दी जा रही है। बड़े पंडाल वाली समितियों ने कनेक्शन ले रखा है।

एलईडी का मिलेगा लाभ

चीफ इंजीनियर डीके सिंह का कहना है कि पिछले साल शहर में 200 मेगावाट तक का अतिरिक्त लोड पड़ा था। इस बार समितियों को एलईडी लाइड का यूज करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। जिससे बिजली की खपत कम होने की संभावना है। अनुमान है कि एलईडी की वजह से इस बार 175 मेगावाट बिजली की ही एक्स्ट्रा खपत होगी।

वर्जन

एसडीओ और जेई को अपने-अपने एरिया में पंडालों को कनेक्शन देने का आदेश दिया गया है। जो कनेक्शन नहीं ले रहे हैं उनकी लिस्ट तैयार कर पुलिस को सूची देने को कहा गया है।

- एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम