- नवंबर में शहर के दो हजार से अधिक लोगों पर हुआ था बिजली चोरी का केस

- जुर्माना देने के बाद भी नहीं हटा मुकदमा, थाने से मिल रही नोटिस

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

शहर के बिजली उपभोक्ताओं पर बकाए को लेकर विभाग द्वारा दर्ज कराया गया केस पीछा नहीं छोड़ रहा। नवंबर में पकड़े गए बिजली चोरी के मामलों में जुर्माना दिए जाने के बावजूद कई कंज्यूमर्स पर दर्ज मुकदमा वापस नहीं हुआ है। हाल यह है कि उसी समय बकाया व जुर्माना जमा करने के बाद भी बहुत से लोगों के यहां पुलिस थाने से बिजली चोरी के मुकदमे की नोटिस पहुंच रही है। वहीं, बकाया और जुर्माना देने के बाद भी मुकदमे का नोटिस मिलने से लोग परेशान हो विभाग के चक्कर काट रहे हैं।

केस-1

महेसरा एरिया के रहने वाले मनोज यादव के यहां सितंबर में लंबा बकाया होने पर बिजली काट दी गई। उसके बाद उन्होंने बिजली बिल जमा किए बिना खुद ही कनेक्शन जोड़ लिया। नवंबर माह में अचानक हुई चेकिंग में बिजली चोरी पकड़ी गई तो जुर्माने वाली लाल रंग की पर्ची विभाग की तरफ से थमा दी गई। इसके बाद मनोज ने जुर्माना जमा कर दिया, लेकिन कुछ दिन पहले उनके घर थाने से बिजली चोरी के मुकदमे की नोटिस पहुंच गई। इससे परेशान वे विभाग पहुंचे तो जिम्मेदारों ने आश्वासन देकर टाल दिया कि जांच कराकर मामले का समाधान किया जाएगा।

केस नंबर 2

चौरीचौरा टाउन एरिया के रहने वाले महेंद्र जायसवाल के यहां नवंबर माह में बिजली चेकिंग के दौरान चोरी पकड़ी गई। इसके बाद विभाग की ओर से उनके यहां लाल रंग की जुर्माने की रसीद आ गई। महेंद्र ने इसके दो हफ्ते बाद 35 हजार रुपए बकाया और आठ हजार रुपए जुर्माना जमा कर दिया। होली के कुछ दिन पहले उनके यहां भी थाने से मुकदमे की नोटिस पहुंच गई है।

विभाग ने नहीं भेजी लिस्ट

नवंबर माह में चेकिंग के दौरान लगभग दो हजार कंज्यूमर्स के यहां बिजली चोरी पकड़ी गई। उनको विभाग के कर्मचारियों ने लाल पर्ची वाला नोटिस देकर जुर्माने के साथ बिल जमा करने का आदेश दिया था। कंज्यूमर्स ने भी एक से दो हफ्ते में जुर्माने के साथ बिल जमा कर दिया। लेकिन अब अचानक इनमें से बिल जमा कर चुके सैकड़ों लोगों को बिजली चोरी के मुकदमे की नोटिस मिलने से हड़कंप मच गया है। पता चल रहा है कि जिस डेट को बिजली विभाग ने लाल पर्ची दी थी, उसी डेट में कंज्यूमर्स के खिलाफ थाने में बिजली चोरी की एफआईआर भी दर्ज है। ऐसा बिजली विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते हो रहा है। पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बिजली विभाग की ओर से एफआईआर दर्ज होने के बाद कभी भी कंज्यूमर्स पर से केस वापस लेने की कोई अपडेट लिस्ट नहीं दी गई। पुलिस विभाग के मुताबिक जो कंज्यूमर बिल जमा कर दे रहा है। उसकी सूची विभाग को थाने में दे देनी चाहिए थी।

वर्जन

कंज्यूमर ने अगर जुर्माना जमा कर दिया है तो उस पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं होगा। जिन कंज्यूमर्स ने जुर्माना जमा कर दिया है और उन पर मुकदमा दर्ज है तो उनकी सूची थाने पर भेजकर मुदकमा वापस ले लिया जाएगा।

- रजत जुनेजा, एक्सईएन, ग्रामीण विद्युत वितरण खंड प्रथम