- प्रधान लड्डन सहित दो को कैंट पुलिस ने दबोचा

- ब्लॉक पर भी एडीओ से भिड़ चुका था आरोपी प्रधान

GORAKHPUR: उरुवा के एडीओ पंचायत कृष्ण कुमार वर्मा पर हमले के मामले में पुलिस ने प्रधान लड्डन और सफाई कर्मचारी आदित्य सिंह को अरेस्ट कर लिया। जांच में सामने आया कि गांव में टॉयलेट निर्माण में भारी गोलमाल किया गया है। एडीओ पंचायत के भौतिक सत्यापन से परेशान होकर प्रधान कई दिनों से मामला मैनेज करने का दबाव बना रहा था। आरोप है कि बात न बनने पर उसने अपने परिचितों संग मिलकर एडीओ पर हमला कर दिया। कैंट इंस्पेक्टर मनोज पाठक ने बताया कि प्रधान सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। घटना में अन्य की तलाश चल रही है। जल्द ही उनको भी पकड़ लिया जाएगा।

दो आरोपियों को पुलिस ने दबोचा

शाहपुर के एचएन सिंह चौराहा निवासी कृष्ण उरुवा ब्लॉक में एडीओ पंचायत हैं। वह रोजाना विकास भवन में अपनी बाइक खड़ी कर बस से उरुवा आते-जाते हैं। शुक्रवार रात करीब नौ बजे उरुवा से लौट वह विकास भवन में अपनी बाइक लेने पहुंचे। तभी वहां मौजूद लोगों ने उन पर हमला कर दिया। गंभीर हाल एडीओ को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। एडीओ ने पुलिस को बताया कि रौजादरगाह के प्रधान लड्डन, सफाई कर्मचारी बलवंत यादव और आदित्य सिंह ने हमला किया है। शनिवार को पुलिस ने प्रधान और आदित्य सिंह को अरेस्ट कर लिया। अन्य की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

जमकर हुआ है गोलमाल

पुलिस की जांच में सामने आया कि पंचायत के पैसे का गबन करने के मामले में एडीओ जांच पड़ताल कर रहे थे। कई दिनों से प्रधान और एडीओ में खींचतान मची थी। किसी ने शौचालय निर्माण, नाली और खड़ंजा के काम में गोलमाल की शिकायत दर्ज कराई थी। चार सौ लोगों के शौचालय में 199 का निर्माण नहीं कराया गया। खड़ंजा और नाली निर्माण में दो लाख से अधिक गड़बड़ी की गई। आरोप है कि 30 लाख से अधिक रुपए का गोलमाल होने की बात सामने आने पर एडीओ ने जांच शुरू कर दी। मामला सही पाए जाने पर एडीओ ने शिकंजा कसा तो प्रधान बौखला गए। इसके पहले ब्लॉक पर भी कई बार दोनों पक्षों में बहस हो चुकी थी।

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सुरक्षा नहीं दी तो करेंगे हड़ताल

एडीओ पर हमले के खिलाफ एकजुट कर्मचारियों ने हुंकार भरी है। डीएम को पत्र देकर कर्मचारियों ने एडीओ पंचायत को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग उठाई। सहायक विकास अधिकारी, ग्राम्य विकास विभाग और पंचायत राज संगठन ने कहा कि विकास भवन में घूमने वाले असमाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। फील्ड में तैनात सफाई कर्मचारियों के विकास भवन पर आने पर रोक लगाई जाए। निलंबित सफाई कर्मचारियों को बहाल करने के मामले में सहायक विकास अधिकारी पंचायत का पक्ष भी लिया जाए। विभिन्न संगठनों ने कहा है कि तीन दिनों के भीतर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो सभी लोग हड़ताल पर चले जाएंगे।

वर्जन

प्रधान और एक सफाई कर्मचारी को अरेस्ट कर लिया गया है। उनके खिलाफ एडीओ पर हमले का मामला दर्ज कराया गया था।

- मनोज पाठक, इंस्पेक्टर कैंट