-विदेश भिजवाने के नाम पर करते थे ठगी

-60 युवकों से वसूल चुके हैं 18 लाख रुपए

GORAKHPUR: विदेश में अच्छी नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से ठगी करने वाले चार कबूतरबाजों को कैंट पुलिस ने अरेस्ट किया। इन लोगों के पास से फर्जी कागजात और सामान बरामद हुआ है। इन लोगों पर 60 युवकों से करीब 18 लाख रुपए से अधिक रकम वसूलने का आरोप है।

सिंगापुर का था वादा

झंगहा एरिया के निवासी विजय यादव ने कैंट एरिया के दिव्यनगर स्थित मां टूर एंड ट्रेवेल्स संचालक कुशीनगर जिले के सोनिया गांव निवासी राजन से विदेश भिजवाने के लिए संपर्क किया। राजन ने उससे 30 हजार रुपए लिए और पासपोर्ट की फोटो लेकर त्रिवेंद्रम में वीजा लगवाने को भेजा। उसने बताया कि वह विजय को सिंगापुर भिजवा देगा। एक सितंबर को रुपए देकर विजय घर चला गया। एक महीने बाद राजन ने विजय को बताया कि वीजा आ गया है।

पैसे लेकर भगा दिया वापस

विजय पहुंचा तो राजन ने उसे चिलुआताल एरिया के फतेहपुर निवासी अब्दुल्ला के साथ चेन्नई भिजवा दिया। विजय को दो दिन बाद बताया गया कि त्रिवेंद्रम से उसे फ्लाइट पकड़नी है। वह त्रिवेंद्रम पहुंचा और वहां मजनू नामक एक व्यक्ति ने उसे तिरिस नामक स्थान पर रुकवाया। उसने कहा कि पांच दिसंबर का टिकट हो गया है। वहां राजन, अब्दुल्ला, मजनू और उनके दो अन्य साथियों पंकज और सुनील ने विजय से 75 हजार रुपए और लिए। इसके बाद उसे विदेश भेजने की जगह डरा धमकाकर घर लौटा दिया। वापस आकर विजय ने कैंट थाने में केस दर्ज करवा दिया। पुलिस ने मामले में छापेमारी कर राजन, सुनील, अब्दुल्ला और पंकज को अरेस्ट कर लिया।

एक साल से चल रहा था खेल

पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी राजन 20 जनवरी 2016 से दिव्यनगर में मां टूर एंड ट्रैवेल्स नाम से ऑफिस खोलकर लोगों को विदेश भेजने का झांसा दे रहा था। उसने बेलीपार के बाघागाड़ा में भी ऑफिस खोल रखे थे। ये भी पता चला कि उसने इंटरमीडिएट पास करने के बाद कंप्यूटर की कोचिंग ली। इसके बाद इंटरनेट के जरिए कई एजेंसियों और कंपनियों की सूचनाएं जुटा लीं। इसी आधार पर बेरोजगार युवकों को झांसे में लेकर ठगी का शिकार बनाने लगा। जबकि गिरफ्तारी के बाद वह पुलिस को अलग ही कहानी सुनाने में लगा है। उसका कहना है कि अबतक वह 167 लोगों को विदेश भेज चुका है। विजय के रुपए फंस गए तो उन्होंने उस पर फर्जी आरोप मढ़ फंसा दिया।

ये हुई बरामदगी

- एक तमंचा और दो जिंदा कारतूस

- दो सीपीयू, एक कंप्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर

- 60 पासपोर्ट, दो रसीद, 56 मेडिकल सर्टिफिकेट

- एक बिना नंबर की बोलेरो

बॉक्स

टीम को मिला इनाम

इन धोखेबाजों को अरेस्ट करने वाली टीम में सीओ कैंट अभय मिश्र, इंस्पेक्टर ओमहरि वाजपेई, दरोगा अरविंद यादव, सत्यप्रकाश सिंह, कांस्टेबल राजीव शुक्ल, कामेश्वर दूबे और अरविंद यादव शामिल रहे। पुलिस की इस सफलता पर एसएसपी ने पूरी टीम को पांच हजार रुपए का नकद पुरस्कार दिया।

वर्जन

बेरोजगारों को विदेश भेजने के नाम पर ये लोग काफी समय से फर्जी दस्तावेज बनाकर पैसे ऐंठ रहे थे। जब इसकी जानकारी हुई तो पुलिस ने छापेमारी का। जिसमें फर्जी कागजात बरामद हुए हैं। असलहे के साथ अन्य सामान भी बरामद हुआ है। आरोपियों को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया है।

- रामलाल वर्मा, एसएसपी