- पनाह लेकर शुरू कर दी है शराब तस्करी

- बार्डर से सटे होने का उठा रहे हैं फायदा

केस एक:
बिहार, गोपालगंज के विशंभर, फुलवरिया निवासी अहसान आलम का अपहरण करके बदमाशों ने उरुवा क्षेत्र में पहुंचा दिया था। बदमाशों के पुराने परिचित उरुवा में तैनात दरोगा अभिजीत कुमार और रघुनंदन त्रिपाठी ने किशोर के अपहरण में पौने तीन लाख रुपए की फिरौती मांगी। शिकायत होने पर एसएसपी ने एक्शन लिया तो पुलिस ने दरोगाओ सहित तीन लोगों को अरेस्ट करके बालक को बरामद कर लिया। जांच में सामने आया कि दोनों दरोगाओं से बिहार के कई बदमाशों के कनेक्शन है। इस मामले में कार्रवाई जारी है।

केस दो:
बिहार से फरार 50 हजार के इनामी बदमाश महेश राय को पुलिस ने बौलिया रेलवे कालोनी से अरेस्ट किया था। एक सितंबर 2017 को पकड़े गए बदमाश ने गोरखपुर में अपना नेटवर्क फैला लिया था। इसके अलावा चर्चित सीबी मद्धेशिया अपहरण कांड में फरार चल रहे सीवान के नंदामुंडा निवासी दिलीप सिंह को पुलिस ने झंगहा एरिया में अरेस्ट किया। वह 10 साल से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ झंगहा थाना में गैंगेस्टर एक्ट का मामला दर्ज था।

इन बदमाशों का जुड़ा रहा कनेक्शन
बलिया निवासी छोटू चौबे, आजमगढ़ जिले के कुख्यात धर्मेद्र सिंह, कोतवाली एरिया के शैलेंद्र यादव, विकास पाल, पश्चिमी चंपारण के राजेश यादव, सीतापुर जिले के अंशू दीक्षित, आजमगढ़ के लालू, रामजीत यादव, बलराम सिंह,अमरजीत यादव, रमेश सिंह, राकेश कुमार, श्रवण सिंह, परमेश्वर तिवारी, संजय सिंह, दीपक यादव, सोनू राय, विनय राजभर, अनुज कुमार सहित करीब 20 ऐसे बदमाश हैं जिनका जुड़ाव गोरखपुर, गोपालगंज, सीवान और पटना से रहा है।

ट्रेंड बदलकर करने लगे शराब की तस्करी
बिहार की सटी सीमा होने की वजह से यूपी में क्राइम करके बदमाश बिहार में चले जाते हैं। वहां कुछ दिन रहने पर उनका जुड़ाव लोकल बदमाशों से हो जाता है। इस वजह से दोनों जगहों पर उनका नेटवर्क खड़ा हो जाता है। गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज जिलों में अपराध करने वाले तमाम बदमाशों को गोपालगंज, सीवान सहित कई जगहों पर पनाह मिल रही है। अपहरण, लूट और मर्डर के मामलों में बिहार में छिपे बदमाशों को अरेस्ट करने के बाद उनका नेटवर्क तोड़ने का दावा पुलिस कई बार चुकी है। लेकिन सूचना तंत्र कमजोर होने से पुलिस कामयाब नहीं हो पा रही है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि बिहार में सख्ती बढ़ने से 10 से अधिक बदमाश गोरखपुर में आकर छिपे हुए हैं। हालांकि पुलिस अधिकारी ऐसी किसी जानकारी से इंकार कर रहे हैं। कुछ बदमाशों ने शराब की तस्करी की शुरू कर दी है। वह गोरखपुर में रहकर हरियाणा से आने वाली शराब की खेप को पहुंचाने में मदद करने लगे हैं।