बड़ी रकम की बरामदगी में सुस्त पड़ी पुलिस

चंद्र प्रकाश टिबड़ेवाल मर्डर में तीन की तलाश

GORAKHPUR: शहर की दो बड़ी वारदातों में लूट की रकम बरामद करने में पुलिस नाकाम है। टीम बनाकर बदमाशों की तलाश करने के दावे करने वाली पुलिस खाली हाथ है। फेमस कारोबारी चंद प्रकाश टिबड़ेवाल के मर्डर और लूट में शामिल एक अभियुक्त को जेल भेजने के बाद बावजूद पुलिस उसके अन्य साथियों का पता नहीं लगा सकी।

उधर, फोरलेन पर लूट की सूचना देकर फर्म का 67 लाख 76 हजार 578 रुपए लेकर भागने वाले बदमाशों से नकदी बरामद नहीं करा सकी। हद तो तब हो गई जब जेल भेजे गए मुल्जिम को दो बार रिमांड पर लेकर भी पुलिस नकदी की जानकारी नहीं पा सकी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नकदी की बरामदगी, फरार अभियुक्तों की तलाश में टीम लगाइर्1 गई है।

व्यापारी मर्डर में नहीं मिले नए क्लू

दीवान बाजार मोहल्ला निवासी चंद्र प्रकाश टिबड़ेवाल साहबगंज मंडी में घी-तेल के थोक कारोबारी थे। 11 मई की रात करीब सवा नौ बजे वह अपने मैनेजर विष्णु वर्मा उर्फ गोलू संग घर लौट रहे थे। रास्ते में बदमाशों ने घेरकर व्यापारी को गोली मार दी। उनके पास मौजूद नकदी लूट ले गए। व्यापारी के परिजनों ने पुलिस को बताया कि 10 लाख से अधिक की लूटपाट हुई है। व्यापारी की हत्या और लूट के परदाफाश को लेकर भारी दबाव में पुलिस ने 20 मई को कोतवाली एरिया के खूनीपुर निवासी जिशान उर्फ इशान को अरेस्ट किया। पुलिस ने दावा किया कि जिशान ने अपने तीन अन्य साथियों संग मिलकर घटना को अंजाम दिया था। उसके पास से पौने चार लाख रुपए नकदी, पिस्टल और तीन कारतूस और बरामद हुई है।

चुपचाप जेल चला गया जिशान

जिशान को जेल भेजकर पुलिस ने उसके साथियों की तलाश का दावा किया। लेकिन 10 दिन बाद भी पुलिस को कोई क्लू नहीं मिल सका। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि पूछताछ में जिशान ने जुबान ही नहीं खोली। उसने अपने अन्य साथियों के नाम-पते की जानकारी नहीं दी। पुलिस के अनुसार वह लूट के आरोप में जेल चला गया। पुलिस का दावा है कि व्यापारी से सिर्फ साढ़े सात लाख रुपए की लूट हुई थी। बरामद रकम के अलावा शेष रकम उसके अन्य साथी लेकर फरार हो गए हैं। उनके बिहार, नेपाल, मुंबई भागने की बात कही जा रही है।

किसके पास लूट के 67 लाख रुपए

14 मार्च को प्राइवेट फर्म के कर्मचारियों ने फोरलेन पर लूट की सूचना दी। बताया कि खोराबार के भैंसहा में कैश वैन रोककर बदमाशों ने 98 लाख 79 हजार 503 रुपए लूट लिए हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि नकदी हड़पने के लिए कर्मचारियों ने लूट की झूठी सूचना दी थी। कैशियर अजय प्रजापति, गनमैन धनंजय सिंह, ड्राइवर संतोष शुक्ला और रमन चंद पांडेय को अरेस्ट करके पुलिस ने 31 लाख तीन हजार 175 रुपए बरामद कर लिया। पकड़े गए बदमाशों के हवाले से दावा किया कि बलिया निवासी छोटू चौबे ने लूट की साजिश रची। 67 लाख 76 हजार 578 हजार रुपए छोटे के पास है। पुलिस का दबाव बढ़ने पर पुराने मामले में सरेंडर करके छोटू चौबे जेल चला गया। दो बार उसको रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ की लेकिन रकम नहीं बरामद कर सकी। अन्य बदमाशों का भी कोई सुराग नहीं लगा सका ।