- आरपीएफ की जांबाज महिला जवानों की बनाई गई टीम

- बच्चों व बुजुर्गो की सुरक्षा करने की भी निभाएंगी जिम्मेदारी

- सिविल ड्रेस में हर गतिविधि पर रखेगी पैनी नजर

GORAKHPUR: प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेन तक में होने वाले महिला अपराध से निपटने के लिए महिला शक्ति तैयार हो गई है। आरपीएफ की जांबाज महिला जवानों की इसटीम की नजरों से बच पाना अब किसी भी मनचले के लिए संभव नहीं होगा। जल्द ही टीम को विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी। टीम शक्ति महिलाओं के साथ होने वाले अपराध तो रोकेगी ही, साथ ही बच्चा चोरी करने वाले गैंग से लेकर बुजुर्ग व दिव्यांगों की भी सुरक्षा करेगी। इसके अलावा जंक्शन के प्लेटफॉर्म पर बेवजह घूमने वाले कपल्स के साथ भी यह टीम सख्ती से पेश आएगी।

बनेंगी दो टीमें

अधिकारियों के मुताबिक त्योहार के सीजन में प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेन तक में पैसेंजर्स की भीड़ बढ़ जाती है। ऐसे में इसका फायदा उठाते हुए अराजकतत्व भी सक्रिय हो जाते हैं। अपराध के बदलते ट्रेंड के साथ महिलाएं भी ऐसी घटनाओं में लिप्त पाई जा रही हैं। इसे देखते हुए इस टीम का गठन किया जा रहा है। इसके लिए आठ-आठ महिला जवानों की दे टीमें बनाई जाएंगी। जो डे-नाइट अलग-अलग शिफ्टों में काम करेंगी। साथ ही स्टेशन पर ट्रेंस की भीड़ के समय यह टीम पूरे जंक्शन पर चहलकदमी करती रहेगी।

सीएससी को करेगी रिपोर्ट

इस टीम को खुद आरपीएफ के चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर राजाराम तैयार कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने तेज तर्रार महिला कांस्टेबल व एसआई का चयन किया है। शक्ति टीम को उनका टारगेट तो सीएससी बताएंगे ही, वे हर एक मामले की रिर्पोटिंग भी सीधा उन्हें ही करेगी। टीम की पूरी कमान एक महिला अधिकारी को सौंपी जाएगी जो अलग-अलग शिफ्टों में टीम से काम लेंगी। यह टीम आरपीएफ के हेल्पलाइन नंबर 182 पर पैसेंजर की एक कॉल पर हाजिर होगी।

सिविल ड्रेस में करेंगी काम

आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक टीम शक्ति को विशेष सुविधाओं से भी लैस किया जाएगा ताकि वे किसी भी परिस्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम हो। टीम की सबसे खास बात यह होगी कि इसकी हर एक जवान हथियारों से तो लैस होगी लेकिन सिविल ड्रेस में कमांडो की तर्ज पर काम करेगी। वे पैसेंजर्स के बीच पैसेंजर बनकर ही रहेगी और उनकी हर एक गतिविधि पर नजर रख कार्रवाई को अंजाम देंगी। टीम को जल्द ही मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग भी दिलाई जाएगी।

वर्जन

सफर के दौरान महिला पैसेंजर्स की सुरक्षा को देखते हुए टीम शक्ति का गठन किया जा रहा है। यह टीम सीधा मेरी निगरानी में होगी और अपने सभी ऑपरेशन के लिए सीधा मुझे ही रिपोर्ट करेगी।

- राजाराम, चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर, आरपीएफ