- एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आरटीओ में शुरू नहीं हुआ ड्राइविंग टेस्ट

- कर्मचारियों की मनमानी कमिश्नर से लेकर शासन तक के आदेशों की उड़ा रही धज्जियां

GORAKHPUR: आरटीओ की मनमानी अब भी बदस्तूर जारी है। इसी का नतीजा है कि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के निर्देश के बाद भी यहां परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस का टेस्ट नहीं शुरू कराया जा सका है। वैसे एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के निर्देश पर सीसीटीवी कैमरों को लखनऊ मुख्यालय से तो जोड़ दिया गया। साथ ही आरटीओ ग्राउंड में लाइव ड्राइविंग टेस्ट देखने के लिए भी कैमरा लग चुका है। इसके बावजूद करीब डेढ़ महीने बाद भी बिना ड्राइविंग टेस्ट ही परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं।

परमानेंट वालों पर मेहरबानी

ड्राइविंग टेस्ट के मामले में आरटीओ कर्मचारियों की मनमानी का आलम ये है कि टेस्ट शुरू कराना तो दूर, अब परमानेंट डीएल के अप्लीकेंट्स पर आरटीओ और भी मेहरबान होता जा रहा है। इसी का नतीजा है कि अब ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन अप्लीकेशन फॉर्म भरने की व्यवस्था भी शुरू करा दी गई है। जबकि लर्निग लाइसेंस के अप्लीकेंट्स के लिए इस तरह की कोई मेहरबानी नहीं बरस रही। चाहे उन्हें कंप्यूटर का माउस भी पकड़ना ना आता हो, लेकिन टेस्ट उन्हें ऑनलाइन ही देना होगा।

आरटीओ ने दिया था सख्त निर्देश

वहीं बिना ड्राइविंग टेस्ट लाइसेंस जारी होने के मामले में आरटीओ एम अंसारी ने भी कर्मचारियों को सख्त आदेश दिया था कि टू व्हीलर हो या फोर व्हीलर, बिना टेस्ट किसी को भी लाइसेंस नहीं जारी किया जाएगा। इतना ही नहीं इसके लिए आरटीओ ने सभी अप्लीकेंट्स को टेस्ट के लिए गाड़ी लाना भी अनिवार्य किया था। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो सका।

वर्जन

टेस्ट के लिए आदेश देने के बाद भी नहीं शुरू कराया जाना सरासर आरटीओ की लापरवाही है। गुरुवार से मुख्यालय के अधिकारी खुद इसे सीसीटीवी के जरिए वॉच करेंगे। अभी तक टेस्ट नहीं शुरू किए जाने पर आरटीओ से तत्काल जवाब मांगा जाएगा। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

के रविंद्रनायक, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, यूपी