- ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर होती कार्रवाई

- वाहनों के मॉडिफिकेशन पर नहीं कोई रोक-टोक

GORAKHPUR: शहर में वाहन चेकिंग से रोजाना हजारों रुपए के राजस्व की कमाई जा रही है। सड़कों पर दिन भर ट्रैफिक पुलिस का अभियान चलता रहता है। हर बुधवार को आरटीओ विशेष अभियान चलाता है। लेकिन शहर में ऐसे वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही जिनका जमकर व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। नियम-कानून को ठेंगा दिखाकर दिन भर दौड़ने वाली बाइक को रोकने में ट्रैफिक विभाग नाकाम साबित है। आरटीओे के अधिकारियों का कहना है कि अवैध ढंग से प्राइवेट वाहनों का कॉमर्शियल में उपयोग किया जा रहा है। बाइक का व्यवसायिक उपयोग पूरी तरह से गलत है।

दिनभर दौड़ रही बाइक वाली दुकान

शहर की सड़कों पर दिनभर बाइक वाली दुकान नजर आती है। आरटीओ से लेकर ट्रैफिक पुलिस इस पर कोई ध्यान नहीं देती। शहर में आधा दर्जन से अधिक पिज्जा की दुकानों से होम डिलीवरी दी जाती है। इन जगहों पर बाइक का कॉमर्शियल यूज के साथ कोरियर सर्विस, सब्जी और दूध, ब्रेड बेचने वाले बाइक लेकर शहर की सड़कों पर दौड़ते नजर आते हैं। पब्लिक प्लेस पर इनको आसानी से देखा जा सकता है। ऐसे वाहनों की वजह से ट्रैफिक जाम की प्रॉब्लम होती है। साथ ही जल्दी से सामान पहुंचाने के चक्कर में ये लोग वाहन लेकर संकरी जगहों पर घुस जाते हैं। इस वजह से पब्लिक को भी समस्या उठानी पड़ती है।

सबका काटते चालान, इनको मिलती माफी

शहर की सड़कों पर दिनभर वाहन चेकिंग होती है। लेकिन बाइक पर दुकान लेकर चलने वाले वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। ट्रैफिक पुलिस भी इन वाहनों को लेकर बेफ्रिक बनी रहती है। हेलमेट न पहनने, तीन सवारी चलने, नंबर प्लेट ठीक न होने, सीट बेल्ट न बांधे जाने सहित अन्य नियमों को तोड़ने वालों पर गौर किया जाता है। लेकिन प्राइवेट वाहनों के व्यवसायिक इस्तेमाल पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। शहर में इस तरह एक हजार से अधिक वाहनों का व्यवसायिक उपयोग हो रहा है। लेकिन इसको लेकर आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस कतई गंभीर नहीं है।

क्या कहता है नियम

- कॉमर्शियल इस्तेमाल के लिए संबंधित वाहन का रजिस्ट्रेशन व्यवसायिक उपयोग के लिए किया जाना चाहिए।

- आरटीओ के नियम के अनुसार प्राइवेट वाहनों के नंबर प्लेट की सतह सफेद रंगी होती है। उस पर काले से नंबर अंकित किया जाता है।

- प्राइवेट यूज के लिए ली गई बाइक का कॉमर्शियल यूज किया जा रहा है।

- मॉडीफाई कराने के लिए कोई अनुमति नहीं ली जाती है।

- बाइक पर पिज्जा, दूध, कपड़े, सब्जी, सिलेंडर, कोरियर का सामान ढोया जा रहा है। ऑनलाइन शॉपिंग से इसका यूज भी बढ़ा है।

प्राइवेट वाहनों का इस्तेमाल प्रतिबंधित

- मोटर वाहन अधिनियमों में साफ कहा गया है कि प्राइवेट यूज में रजिस्टर्ड वाहनों का व्यवसायिक उपयोग नहीं किया जा सकता है।

- वाहनों में कोई एक्स्ट्रा एसेसरीज नहीं लगाई जानी चाहिए। वाहनों को मॉडीफाई करना भी गलत है। इससे एमवी एक्ट में कार्रवाई हो सकती है।

- बाइक में एकस्ट्रा लेगगार्ड, प्रेशन हॉर्न, कोई अतिरिक्त बॉक्स लगाया जाना भी गलत है। इसके लिए जुर्माना काटने की व्यवस्था है।

वर्जन

शहर में जो भी लोग बाइक और अन्य प्राइवेट वाहनों का कॉमर्शियल यूज कर रहे हैं वह गलत कर रहे हैं। ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।

- एसआर पाल, एआरटीओ, प्रशासन

वाहन चेकिंग के दौरान ऐसे वाहनों का चालान नहीं काटा जाता है। हेलमेट न पहनने, वाहन का पेपर न होने की दशा में ही ज्यादातर कार्रवाई होती है। इसलिए ये अक्सर इनको फायदा मिल जाता है।

- आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक