-सभी विभाग से मांगा गया था डिपार्टमेंट एडवांसमेंट का प्रपोजल

-स्टूडेंट्स की सुविधाओं को बेहतर करने के लिए बना कर देनी थी लिस्ट

-पांच माह बीत जाने के बाद भी नहीं जागे जिम्मेदार

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एडमिनिस्ट्रेशन डेवलपमेंट के लिए तरह-तरह की कवायदें कर रहा है। नई-नई व्यवस्था करने के साथ ही यूनिवर्सिटी को चमकाने की कवायदों में जुटा है। लेकिन उनके अपने विभाग ही उनकी योजनाओं का पतीला लगा रहे हैं। कुछ डिपार्टमेंट की बात छोड़ दें तो व्यवस्था को बेहतर करने के लिए न तो यूनिवर्सिटी ने खुद कोई इनिशिएटिव लिया है और न ही डिपार्टमेंट की ओर से ही कोई पहल हुई है। ऐसे में तमाम कोशिशों के बाद भी यूनिवर्सिटी में डेवलपमेंट की रफ्तार मंद है।

नैक ग्रेडिंग में मिलेगा फायदा

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में नैक ग्रेडिंग भी होनी है। इसके लिए उनके इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही स्टूडेंट्स को मिलने वाली सुविधाएं और विभागों के हालात भी काफी मायने रखते हैं। इन सभी पर भी यूनिवर्सिटी को मा‌र्क्स मिलते हैं। लेकिन जिम्मेदार दूसरे काम में बिजी होने की वजह से अब तक प्रपोजल का 'पी' भी नहीं बना सके हैं। इससे चाहकर भी यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार नैक ग्रेडिंग के लिए अप्लीकेशन आगे नहीं फॉर्वर्ड कर पा रहे हैं। वहीं टीचर्स की भर्ती भी इसके पीछे एक अहम वजह मानी जा रही है।

चमक जाएगी विभागाें की सूरत

यूनिवर्सिटी में डेवलपमेंट से जुड़े कामों के साथ विभाग की प्रॉब्लम जानने और व्यवस्था को बेहतर करने के लिए वीसी ने प्रपोजल मांगा था। एडमिनिस्ट्रेशन के जिम्मेदार यूनिवर्सिटी कैंपस और विभाग के बाहर की व्यवस्था का चुस्त-दुरुस्त कराने में पहले से ही लगे हैं। इसके तहत विभाग के गार्डन की सूरत बदली जा चुकी है और हर डिपार्टमेंट के बाहर स्टूडेंट्स को बैठने के लिए बेंच की भी व्यवस्था की जा चुकी है। बस डिपार्टमेंट के अंदरुनी हिस्सों और क्लासरूम में काम होना है, जिसका प्रपोजल डिपार्टमेंट के जरिए ही आएगा।

वर्जन

यूनिवर्सिटी इसको लेकर ब्रॉड वे में प्लानिंग कर रही है। सभी विभागों से प्रपोजल मांगकर उनकी प्रियॉरिटी पूछे जाएगी। इसके बाद उसी के अनुसार यूनिवर्सिटी का डेवलपमेंट तेजी से होगा।

- प्रो। हर्ष सिन्हा, पीआरओ, डीडीयूजीयू